मद्रास हाई कोर्ट ने केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के खिलाफ 16 दिसंबर को काले झण्डे दिखाकर विरोध प्रदर्शन की अनुमति के लिये हिंदू मक्कल कात्ची की याचिका शुक्रवार को खारिज कर दी। विजयन का 16 दिसंबर को चेन्नई दौरा प्रस्तावित है। पिनराई विजयन को यहां द्रमुक के मुख्यालय में दिवंगत पार्टी प्रमुख एम करुणानिधि की प्रतिमा के अनावरण के कार्यक्रम में शामिल होना है। इस कार्यक्रम में संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी भी शामिल होंगी।
हिंदू मक्कल कात्ची के नेता अर्जुन संपत की याचिका जब न्यायमूर्ति पुष्पा सत्यनारायण के समक्ष आयी तो सरकारी वकील ने कहा कि प्रस्तावित प्रदर्शन हाई कोर्ट के आदेश के खिलाफ है जिसने सभी आयुवर्ग की महिलाओं को सबरीमाला में भगवान अयप्पा मंदिर के जाने की इजाजत दी है और इससे कानून-व्यवस्था की समस्या खड़ी होगी।
सबरीमाला में हिंसक प्रदर्शन के लिए विजयन ने भाजपा और आरएसएस पर बोला हमला
वकील ने कहा कि इसी के मद्देनजर शहर के पुलिस आयुक्त ने प्रदर्शन की इजाजत का अनुरोध अस्वीकार कर दिया है। केरल सरकार के सबरीमाला मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लागू करने के विरोध स्वरूप संगठन ने विजयन को हवाईअड्डे और यहां द्रमुक मुख्यालय, अरिवलयम में काले झंडे दिखाने संबंधी अनुरोध पत्र आयुक्त को सौंपा था। न्यायाधीश ने सरकारी वकील की दलीलों को दर्ज करने के बाद इस आधार पर याचिका को खारिज कर दिया कि यह प्रदर्शन सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ होगा और इससे कानून-व्यवस्था की समस्या पैदा हो सकती है।