महाराष्ट्र में Covid-19 संक्रमण के बढ़ते मामलों के चलते यवतमाल जिला प्रशासन द्वारा 20 फरवरी को किसान नेता राकेश टिकैत को महापंचायत आयोजित करने की अनुमति देने से मना कर दिया। दूसरी तरफ, इसके आयोजक संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने शुक्रवार को कहा कि वह जनसभा आयोजित करने के निर्णय पर अडिग है और महापंचायत होकर ही रहेगी। एसकेएम ने कहा है कि अगर टिकैत एवं अन्य नेताओं को यवतमाल में रोका गया तो हम धरने पर बैठ जाएगें। यवतमाल जिला प्रशासन ने कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुये बृहस्पतिवार को लोगों के जमा होने पर रोक लगाने और स्कूलों को दस दिनों के लिये बंद करने के निर्देश बृहस्पतिवार को दिए थे ।
तीन नये कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली सीमा पर प्रदर्शन कर रहे किसान नेताओं में शामिल टिकैत के शनिवार को यवतमाल का आजाद मैदान में एक जनसभा को संबोधित करने का कार्यक्रम है। हालांकि, जिला प्रशासन ने इसके लिये अनुमति नहीं दी है। आयोजकों को का कहना है कि उनलोगों ने प्रशासन को जनसभा की अनुमति देने के लिये ताजा अर्जी दी है। हालांकि, जिला प्रशासन की ओर से अब तक कोई जवाब नहीं आया है। एसकेएम के महाराष्ट्र के संयोजक संदीप गिड्डे ने कहा, ‘‘यवतमाल में हम लोग कल महापंचायत करने पर अडिग हैं । राकेश टिकैत एवं मोर्चा के कुछ अन्य नेता जनसभा को संबोधित करेंगे । वह आज रात नागपुर पहुंचेंगे और कल यवतमाल में समारोह को संबोधित करेंगे ।’’उन्होंने कहा, ‘‘किंतु यदि टिकैत एवं अन्य नेताओं को रोका गया, तो हम लोग जिस स्थान प उन्हें रोका जायेगा वहीं ‘ठिय्या आंदोलन’ (धरना प्रदर्शन) शुरू कर देंगे ।