महाराष्ट्र में जारी सियासी उठापटक के बीच मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सहयोगी दलों की बैठक बुलाई है। बीजेपी लगातार राज्य सरकार को कोरोना से लड़ने में नाकाम बताते हुए महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन की मांग कर रही है। वहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा था कि हम महाराष्ट्र में डिसिजन मेकर नहीं हैं।
दरअसल, महाराष्ट्र सरकार के अहम सहयोगी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के अध्यक्ष शरद पवार और बीजेपी नेता नारायण राणे ने 25 मई को राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से अलग-अलग मुलाकात की थी, जिसके बाद ही स्थानीय राजनीतिक हलचल तेज हो गई है।
कोरोना संकट के बीच असम-मेघालय में बाढ़ का कहर जारी, करीब 2 लाख लोग हुए प्रभावित
हालांकि, शिवसेना सांसद संजय राउत राज्य सरकार को मजबूत बताते हुए कहा था कि अगर कोई खबर फैला रहा है कि महाराष्ट्र की सरकार संकट में है तो उसके पेट में दर्द है। हमारी सरकार मजबूत है और चिंता की कोई बात नहीं है। वहीं शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में आज अपने संपादकीय में लिखा कि महाराष्ट्र में सरकार स्थिर है।
इससे पहले मंगलवार को शरद पवार और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मातोश्री में मुलाकात की। मुलाकात में दोनों नेताओं के बीच राज्य में कोरोना वायरस की मौजूदा स्थिति पर चर्चा हुई। महाराष्ट्र सरकार में जारी सियासी हलचल के बीच लगातार मुलाकातों का दौर जारी है।