कोविड महामारी को लेकर भारत सरकार काफी चितिंत है क्योंकि महाराष्ट्र में कोरोना ने एक बार फिर रफ्तार पकड़ ली हैं। जिसके चलते ठाकरे सरकार फिर एक बार गहन चिंता में पड़ गई हैं। सरकार का मानना है कि जब भी राज्य में कोरोना की रफ्तार में कमी को देखकर पाबंदियों में ढ़ील देती हैं। तबी उसी समय आक़ड़ों में तेजी देखी जाती हैं। दरअसल, इस महामारी को लेकर ठाकरे सरकार ने लोगों से अपील है कि इस गंभीर बीमारी में ज्यादा से ज्यादा लोग मास्क लगाए क्योंकि इसी से ही वायरस के खतरे को कम किया जा सकता हैं।
शनिवार को मिले इतने मामले
महाराष्ट्र में शनिवार को कोरोना के 529 नए मामले सामने आए। हालांकि, इस महामारी से किसी मरीज की जान जाने की खबर नहीं मिली है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, राज्य में शुक्रवार को 536 नए मामले और शून्य मौतें दर्ज की गईं
महाराष्ट्र में शुक्रवार को 470 नए मामले मिले
महाराष्ट्र में बुधवार को कोरोना के 470 नए मरीज मिले.जबकि मंगलवार को 338 मरीज मिले. बात अगर राज्य में टीकाकरण की करें तो अभी तक 18 साल से अधिक उम्र के 92.27 प्रतिशत लोगों को कोरोना की पहली डोज लग चुकी है। ठाणे, रायगड, और पालघर जिलों में भी मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. राज्य में फिलहाल केवल एक मरीज वेंटिलेटर पर है जबकि 18 मरीजों को ऑक्सीजन दी जा रही है. उन्होंने कहा कि अस्पतालों में मरीजों के भर्ती होने की संख्या कम जरूर है लेकिन कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ है. इसलिए लोग सावधानी बरतें और मास्क पहनें।
महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण दर 1.59 फीसदी
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे ने राज्य की जनता से औपचारिक तौर से कहा है कि बीमारी को कम करने के लिए मास्क का प्रयोग करें और जो भी लोग इस नियम का पालन नही करेगा तो उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी और फाइन भी लगाया जाएगा । हालांकि राज्य में कोरोना की संक्रमण दर 1.59 फीसदी दर्ज की गई हैं। जानकारी के मुताबिक कोरोना के सबसे ज्यादा मरीज मुबई और पुणे में मिलें हैं।