महाराष्ट्र (Maharashtra) में जारी उठापटक और शिवसेना (Shiv Sena) प्रमुख उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) द्वारा जल्द ही राज्य में अगली सरकार बनाने का दावा पेश कर सकते हैं। इसी सिलसिले में गुरुवार को यानी आज मुंबई (Mumbai) में भाजपा की कई बैठकें होंगी, जिनमें आगे की रणनीति पर विचार-विमर्श किया जाएगा। बताते चलें कि अगर महाराष्ट्र में भाजपा सरकार बनती है तो पार्टी को 2024 में होने वाले चुनाव में काफी मदद मिलेगी, ऐसे में यह कयास लगाए जा रहे हैं कि 2019 में हुए चुनाव की स्थिति देश में एक बार फिर से बन सकती है। दरअसल साल 2019 से ही उत्तर प्रदेश और बिहार जैसे बड़े राज्यों में भाजपा सत्ता में है।
2024 चुनाव में BJP को हो सकता है लाभ
उत्तर प्रदेश और बिहार में 2019 में एनडीए की सरकार है, यहां 168 सीटों में से NDA ने 144 सीटें हासिल की थी। इसके साथ ही महाराष्ट्र में बदलते राजनीतिक समीकरणों को देखते हुए यह कयास लगाए जा रहे हैं कि भाजपा के पास सपनों के शहर के विकास के लिए एक बड़ा मास्टरप्लान मौजूद है। इस प्लान के मुताबिक महाराष्ट्र में बड़े इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोज्क्टस को फिर से तैयार करना और 2024 में मतदाताओं के सामने रखना शामिल है। भाजपा महाराष्ट्र में हुए विकास को 2024 में बहुत ही मजबूत कदम की तरह इस्तेमाल कर सकती है।
2019 में राहें अलग होने से पहले BJP-शिवसेना का था गठबंधन
बता दें कि साल 2019 से पूर्व भाजपा ने नीतीश कुमार के साथ गठबंधन की सरकार बना ली थी, भाजपा के साथ आने से पहले ही कुमार ने राजद नेता लालू प्रसाद यादव से दूरियां बनाकर गठबंधन तोड़ा था। इसके साथ ही भाजपा ने उत्तर प्रदेश में भी बड़ी जीतहसील की थी, लेकिन 2019 विधानसभा चुनाव में राहें अलग होने से पहले भाजपा शिवसेना के साथ ही गठबंधन में सरकार चला रही थी। वहीं, महाराष्ट्र में मंगलवार के बाद तेज हुई सियासी हलचल में फ्लोर टेस्ट की मांग से लेकर उद्धव ठाकरे के इस्तीफे जैसी कई बड़ी खबरें सामने आई।
आज हो सकता है महाराष्ट्र की किस्मत का फैसला
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा था, "भाजपा के पास खुद के 106 विधायक हैं और हमारे पास करीब 10 निर्दलीय विधायकों का समर्थन है। लेकिन, सरकार बनाने के लिए शिवसेना के बागी विधायकों और निर्दलीय विधायकों के साथ सीट बंटवारे के फॉर्मूले पर काफी विचार-विमर्श करना होगा। इसमें कुछ समय लगेगा, लेकिन शुक्रवार तक सारी चीजें स्पष्ट हो जाएंगी।”
विधानसभा में गुरुवार को शक्ति परीक्षण कराए जाने के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के निर्देश पर रोक लगाने से सुप्रीम कोर्ट के इंकार के तुरंत बाद सीएम उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। भाजपा नेता फडणवीस दोबारा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री का पद संभाल सकते हैं। इससे पहले वह 2014 से 2019 तक राज्य के मुख्यमंत्री थे।