भारतीय जनता पार्टी के नेता देवेंद्र फडणवीस ने पुणे शहर में 23 वर्षीय एक युवती द्वारा कथित तौर पर आत्महत्या करने के मामले में पुलिस की ओर से प्राथमिकी दर्ज करने में हो रही देर को लेकर शुक्रवार को सवाल खड़ा किया और घटना की जांच की मांग की।
फडणवीस ने संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने घटना के बाबत महाराष्ट्र के पुलिस महानिदेशक को पत्र लिखा और उनके हस्तक्षेप की मांग।
उक्त युवती बीड जिले की निवासी थी और सोमवार तड़के, पुणे के हडपसर क्षेत्र में स्थित एक इमारत में फ्लैट की बालकनी से गिरने के बाद उसकी मौत हो गई थी।
सोशल मीडिया पर कुछ पोस्ट में दावा किया गया था कि कथित तौर पर राज्य सरकार के एक मंत्री के साथ युवती के संबंध थे।
युवती, टिकटॉक और इंस्टाग्राम जैसे मंचों पर अपने वीडियो डालने के कारण लोकप्रिय थी।
उसकी मौत के बाद, कथित तौर पर दो व्यक्तियों के साथ उसकी बातचीत की ऑडियो क्लिप वायरल हो गई।
फडणवीस ने कहा कि उन्होंने इन क्लिप को डीजीपी कार्यालय भेजा है।
उन्होंने कहा, “मेरे कार्यालय को 12 क्लिप मिली जिसमें युवती के बारे में दो व्यक्ति बात कर रहे हैं।”
फडणवीस ने कहा, “यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि सोशल मीडिया पर अपनी पहचान बनाने वाली एक युवती की संदेहास्पद परिस्थितियों में मौत हो गई। मैं समझ नहीं पा रहा हूं कि पुणे पुलिस को प्राथमिकी दर्ज करने में क्या समस्या है?”
भाजपा विधायक अतुल भाटखलकर ने बृहस्पतिवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को लिखे पत्र में आरोप लगाया था कि इस मामले में राज्य सरकार के एक मंत्री संलिप्त हैं।
वनवाड़ी पुलिस थाने के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को कहा कि घटना के संबंध में दुर्घटनावश मौत का एक मामला दर्ज किया गया है और जांच में आत्महत्या की पुष्टि होने के बाद ही प्राथमिकी दर्ज की जा सकती है।
उन्होंने कहा, “कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। लेकिन हम सभी कोण से जांच कर रहे हैं।”
इस बीच, पुणे में इस मामले पर किए गए सवाल के जवाब में उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि जांच की जाएगी और सच सामने आएगा।
उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ पार्टियों के पास कोई काम नहीं है इसलिए ऐसे आरोप लगाते हैं। हालांकि, आरोपों में अगर जरा भी सच्चाई है तो उसकी जांच होगी।