महाराष्ट्र सरकार द्वारा संचालित एक बाल गृह में नाबालिगों के साथ कुकर्म का खुलासा हुआ है। इस खुलासे के बाद से यहां हड़कंप मचा हुआ है। इस मामले में जांच के बाद फिलहाल बाल गृह के काउंसलर को सस्पेंड कर दिया गया है। बाल गृह के कुछ लड़कों ने साथ में रह रहे 16 वर्षीय एक किशोर पर यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया था जिसके बाद वहां पर तैनात सलाहकार को काम में लापरवाही करने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी।
पुलिस थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई
लातूर के गवली नगर इलाके में अनाथ बच्चों के लिए स्थापित बाल गृह में रह रहे सात में से कम से कम चार लड़कों ने यौन उत्पीड़न की शिकायत की है जिसके आधार पर 14 दिसंबर को विवेकानंद चौक पुलिस थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई और लड़कों को अन्य बाल गृह में स्थानांतरित किया गया। मामले की जांच करने के लिए महिला और बाल विकास की उपायुक्त हर्षा देशमुख भी पुणे से लातूर गईं । उन्होंने बताया कि इस मामले में गोपनीय रिपोर्ट विभाग के आयुक्त राहुल मोरे को सौंपी गई है।
बच्चों का यौन शोषण गंभीर मामला
निलंबित सलाहकार की पहचान सूर्यकांत मुंडे के तौर पर की गई है जबकि बाल गृह के अधीक्षक रमण तेलगोटे को निलंबित करने का प्रस्ताव विभाग के सचिव को भेजा गया है। देशमुख ने कहा, ‘‘अन्य आरोपियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। बच्चों का यौन शोषण गंभीर मामला है। मैंने दो दिन के लातूर दौरे के दौरान बच्चों से मिली। मैंने रिपोर्ट आयुक्त को सौंपी है।उसके बाद सलाहकार सूर्यकांत मुंडे को आयुक्त ने निलंबित किया। अधीक्षक रमण तेलगोटे को निलंबित करने का प्रस्ताव सचिव को भेजा गया है।’’