पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए महाराष्ट्र के पुणे से रामपथ यात्रा ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। यह ट्रेन पुणे से चलकर सारे धार्मिक स्थलों पर होते हुए वापस पुणे पहुंचेगी।तीर्थयात्रियों का यह यात्रा 8 दिन और 7 रात की होगी। मंडल रेल प्रबंधक रेनू शर्मा ने बताया कि इस ट्रेन में तीर्थयात्रियों की सुख-सुविधा का विशेष ख्याल रखा गया है।केंद्रीय रेल राज्य मंत्री रावसाहेब दानवे ने महाराष्ट्र के पुणे को उत्तर प्रदेश के अयोध्या से जोड़ने वाली रामपथ यात्रा विशेष ट्रेन को शनिवार को हरी झंडी दिखाई। पुणे जंक्शन से इस ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। ट्रेन की रवानगी के दौरान रेलवे के कई अधिकारी मौजूद रहे।
रेलवे के पुणे मंडल की ओर से जारी विज्ञप्ति के मुताबिक, दानवे ने वीडियो कांफ्रेंस के जरिए विशेष तीर्थ यात्रा ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। मंत्री ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील के अनुरूप देश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए 'देखो अपना देश' अभियान चलाया गया है। रामपथ यात्रा ट्रेन ‘रामायण सर्किट’ का एक हिस्सा है और यह भगवान राम की यात्रा के महत्वपूर्ण स्थानों को जोड़ती है।’’
विज्ञप्ति में बताया गया कि ‘रामपथ यात्रा’ तीर्थ यात्रा के लिए एक विशेष पर्यटक ट्रेन है, जो अयोध्या, नंदीग्राम, वाराणसी, प्रयाग, श्रृंगवेरपुर और चित्रकूट जैसे महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों से गुजरेगी। आईआरसीटीसी (भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम) की वेबसाइट के जरिए इस ट्रेन में ऑनलाइन माध्यम से सीट आरक्षित कराई जा सकती है। इसके अलावा इसके मंडलीय कार्यालयों, क्षेत्रीय कार्यालयों और पर्यटन सुविधा केंद्रों से भी सीट आरक्षित कराई जा सकती है।
विज्ञप्ति के अनुसार, पुणे-अयोध्या-पुणे ट्रेन यात्रियों के चढ़ने और उतरने के लिए लोनावाला, पनवेल, कल्याण, नासिक, मनमाड, चालीसगांव, जलगांव, भुसावल, खंडवा और इटारसी में रुकेगी, जबकि अयोध्या और वाराणसी में इसके पर्यटक पड़ाव होंगे।