कोरोना वायरस के XE वैरिएंट की भारत में एंट्री के साथ ही स्वास्थ्य विभाग में चिंता बढ़ गई है। ओमिक्रॉन के सब वैरिएंट BA.2 से दस गुना ज्यादा संक्रामक XE वैरिएंट का पहला मामला मुंबई में मिला है। इसपर महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे का पहला बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ बायोलॉजिकल या केंद्र की तरफ से XE की पुष्टि की कोई रिपोर्ट नहीं आई है, इसलिए अभी घबराने की जरूरत नहीं है।
कोरोना महामारी के नए ‘XE’ वैरिएंट के बारे में पूछे जाने पर स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने गुरुवार को कहा कि “स्वास्थ्य विभाग ‘XE’ वेरिएंट को लेकर किसी भी पुष्टि पर नहीं पहुंचा है क्योंकि अभी तक कोई एनआईबी (नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ बायोलॉजिकल) रिपोर्ट नहीं आई है। इसलिए अभी घबराने की जरूरत नहीं है।”
उन्होंने कहा कि ‘एक्सई’ वैरिएंट ओमिक्रॉन वैरिएंट की तुलना में 10 प्रतिशत अधिक संक्रामक है जो फ्लू की तरह है। हम एक रिपोर्ट प्राप्त करने के बाद इसके बारे में विस्तार से बात करेंगे, केंद्र या एनआईबी से कोई पुष्टिकरण रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुई है। इसलिए फ़िलहाल महाराष्ट्र का स्वास्थ्य विभाग इसकी पुष्टि नहीं करता।
दरअसल, बुधवार को मुंबई में XE वैरिएंट की पुष्टि हुई है। कुल 376 सैंपल लिए गए थे, जिनकी जांच में एक मरीज में कोरोना के XE वैरिएंट का संक्रमण मिला। जानकारी के अनुसार, संक्रमित व्यक्ति हाल ही में साउथ अफ्रीका से मुंबई पहुंचा था। इस वैरिएंट की शुरुआत युनाइटेड किंगडम से हुई थी।
ओमिक्रॉन के दो सब लीनेज BA.1 और BA.2 का रीकॉम्बिनेंट स्ट्रेन है XE वैरिएंट
बता दें कि WHO को अपनी हालिया रिपोर्ट में BA.2 की तुलना में इसकी कम्यूनिटी ग्रोथ रेट 10 प्रतिशत ज्यादा होने के संकेत मिले हैं। BA.2 सब-वेरिएंट अब दुनियाभर के लिए सबसे बड़ी चिंता बन चुका है जिसके सीक्वेंस्ड मामलों की संख्या लगभग 86 फीसद है।
XE वैरिएंट का पहली बार 19 जनवरी को यूके में पता चला था और तब से 600 से ज्यादा XE मामलों की पुष्टि हो चुकी है। XE नाम का ये नया वेरिएंट BA.2 से दस गुना ज्यादा संक्रामक होगा। XE ओमिक्रॉन के दो सब लीनेज BA.1 और BA.2 का रीकॉम्बिनेंट स्ट्रेन है।