महाराष्ट्र में मुंबई और इसके पड़ोसी जिलों ठाणे तथा पालघर में बुधवार को तेज हवाओं के साथ हुई भारी बारिश के चलते उपनगरीय ट्रेन एवं बस सेवाएं प्रभावित हो गई। मौसम खराब होने से जनजीवन भी अस्त व्यस्त हो गया। वहीं, मौसम विभाग ने बृहस्पतिवार सुबह तक मूसलाधार बारिश जारी रहने का पूर्वानुमान किया है।
एक अधिकारी ने बताया कि पड़ोसी रायगढ़ जिले के न्हावा शेवा में स्थित जवाहरलाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट (जेएनपीटी) पर तैनात तीन उच्च क्षमता की क्रेन आज दोपहर तेज गति की हवाएं बहने से ढह गई। हालांकि, इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ।
देश के सबसे बड़े बंदरगाहों में शामिल जेएनपीटी के अध्यक्ष संजय सेठी ने कहा, ‘‘तेज गति से हवाएं चलने के कारण हमारे टर्मिनल में एक पर तीन मुख्य क्रेन ढह गई, लेकिन इस घटना में कोई भी घायल नहीं हुआ। क्रेन ढहने से यहां कामकाज प्रभावित नहीं होगा।’’
अधिकारियों ने बताया कि कोविड-19 महामारी के कारण लागू लॉकडाउन के चलते मुंबई और आसपास के इलाकों में पहले से ही सीमित संख्या में चल रहे सार्वजनिक परिवहन रेल पटरियों और सड़कों पर जलभराव होने से बाधित हो गये।
रेलवे सूत्रों के मुताबिक मुंबई में चरनी रोड स्टेशन के पास एक पेड़ गिरने के चलते और चिंगारी से आग लग जाने पर तार और उपकरण क्षतिग्रस्त हो गये। अधिकारियों ने बताया कि पश्चिमी महाराष्ट्र के पुणे, सतारा और कोल्हापुर जिलों में भी बारिश हुई।
भारतीय मौसम विभाग ने नयी दिल्ली में एक विशेष बुलेटिन में कहा कि मुंबई और इसके पड़ोसी इलाकों में बृहस्पतिवार सुबह तक अत्यधिक भारी बारिश जारी रहेगी। साथ ही, छह अगस्त की सुबह मुंबई और इससे लगे कोंकण तट पर 70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं भी चलने की संभावना है।
वहीं, स्थानीय मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि मुंबई और उपनगरीय इलाकों में प्रतिघंटे 30 से 50 मिमी बारिश हो सकती है। इस बीच, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने शाम में कहा कि उसने मस्जिद बंदर और बायकुला स्टेशनों के बीच यहां मध्य लाइन पर एक लोकल ट्रेन में फंसे करीब 150 यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया।
100 अन्य यात्री अब भी ट्रेन के अंदर हैं। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। मौसम विभाग ने बुधवार शाम छह बजे एक अलर्ट जारी किया, जिसमें कहा गया है कि 70 से 80 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती है और यह अगले तीन चार घंटों में यह कभी-कभी 100 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से भी चल सकती है।
मौसम विभाग ने बताया कि पालघर के दहानु में बुधवार को सुबह साढ़े पांच बजे तक 12 घंटे की अवधि में 350 मिमी बारिश हुई, जबकि ठाणे के कुछ इलाकों में इसी अवधि के दौरान 150 मिमी से अधिक बारिश हुई। मुंबई के चेंबूर, परेल, हिंदमाता, वडाला और अन्य क्षेत्रों के निचले इलाकों से भी जलभराव की खबरें हैं।
रेलवे के सूत्रों के मुताबिक, पालघर स्टेशन पर पटरियों में जलभराव के कारण उपनगरीय सेवाओं को रोक दिया गया। छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (सीएसएमटी) से वाशी स्टेशनों के बीच हार्बर लाइन पर उपनगरीय ट्रेन परिचालन रोक दिया गया, मुख्य रेल मार्ग सीएमएमटी- कुर्ला पर और चर्चगेट तथा कुर्ला के बीच भी जलभराव के कारण ट्रेन परिचालन रोका गया। दरअसल, कुर्ला, सियोन, मरीन लाइन और अन्य स्टेशनों पर पटरियों पर जलभराव हो गया है।
मध्य रेलवे के मुख्य प्रवक्ता शिवाजी सुतार ने बताया, ‘‘ भारी बारिश और जलभराव के कारण हार्बर लाइन पर सीएसएमटी-वाशी और सीएसएमटी-कुर्ला के बीच मुख्य मार्ग पर ट्रेन सेवाएं स्थगित कर दी गई हैं।’’
पश्चिमी रेलवे ने ट्विटर पर यह घोषणा भी कि भारी बारिश के कारण चर्चगेट और मुंबई सेंट्रल स्टेशनों के बीच सभी लोकल ट्रेन सेवाएं अगले आदेश तक अस्थायी रूप से निलंबित रहेंगी। पालघर में पश्चिमी रेल मार्ग पर ट्रेनों का आवागमन भी आज सुबह भारी बारिश के कारण प्रभावित हुआ।
पश्चिमी रेलवे के मुख्य प्रवक्ता सुमित ठाकुर ने बताया कि दो घंटों में 266 मिमी. बारिश के कारण सुबह पांच बजकर 40 मिनट से सात बजकर 10 मिनट तक पालघर में ट्रेनों की आवाजाही ‘‘मामूली रूप से बाधित’’ रही और इसके चलते कुछ ही ट्रेनें चलाई गई।
सूत्रों ने बताया कि पालघर स्टेशन पर जलभराव होने के कारण उपनगरीय सेवाएं रोक दी गई। हालांकि, ठाकुर ने बताया कि विभिन्न उपनगरों में भारी बारिश के बावजूद पश्चिमी रेलवे उपनगर सेवाएं चर्चगेट और दहाणू रोड के बीच सामान्य रूप से चल रही हैं।
मध्य रेलवे और पश्चिमी रेलवे दोनों आवश्यक तथा आपात सेवाओं में काम कर रहे लोगों के लिए हर रोज करीब 350 विशेष ट्रेनें चला रहे हैं। बृहन्मुंबई विद्युत आपूर्ति एवं परिवहन (बेस्ट) की बस सेवाएं भी कुछ सड़कों पर जलभराव के कारण प्रभावित हुई हैं।
बेस्ट के एक प्रवक्ता ने बताया कि ठाणे जिले में दो स्थानों समेत 30 से अधिक मार्गों पर सुबह नौ बजे तक उनकी बसों का मार्ग बदला गया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के मुंबई केंद्र के उप महानिदेशक के एस होसलीकर ने बताया कि पालघर के दहाणू में स्थित मौसम केंद्र ने बुधवार को सुबह साढ़े पांच बजे तक 12 घंटों में 364 मिमी की बारिश दर्ज की।
विभाग ने दिन में और तेज बारिश का अनुमान जताया है। होसलीकर ने बताया कि ठाणे के भयंदर में मौसम केंद्र ने 169 मिमी बारिश दर्ज की, जबकि इसी अवधि के दौरान मीरा रोड स्थित केंद्र ने 159 मिमी. बारिश दर्ज की।
आईएमडी की वेबसाइट के अनुसार, मुंबई मेट्रोपोलिटन क्षेत्र (एमएमआर) के तहत आने वाले ठाणे शहर, डोम्बिवली और कल्याण इलाकों में इस दौरान 120 मिमी. से अधिक बारिश हुई। मुंबई शहर और बांद्रा तथा कुर्ला जैसे उपनगरों में पिछले 12 घंटों के दौरान 30 मिमी से 70 मिमी तक बारिश दर्ज की गई।
होसलीकर ने ट्वीट किया, ‘‘पूरे कोंकण क्षेत्र में अगले 24 घंटों के दौरान भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। ठाणे, मुंबई और पालघर समेत उत्तरी कोंकण में अधिक बारिश हो सकती है।’’ उन्होंने बताया कि दक्षिण मध्य महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों और मराठावाड़ा क्षेत्र में भी बहुत भारी बारिश की संभावना है।
होसलीकर ने कहा, ‘‘आईएमडी के अनुमान के मुताबिक, उत्तर खाड़ी में मंगलवार को हवा का कम दबाव का क्षेत्र बनने से अरब सागर में दक्षिणी हवाएं और तेज हो गई हैं। इससे मुंबई में तथा उसके आसपास भारी से बहुत भारी बारिश हुई है।’’
बृहन्मुंबई महानगरपालिका ने बताया कि मंगलवार रात से पश्चिमी उपनगरों में 82.43 मिमी बारिश हुई। इसके बाद पूर्वी उपनगरों में 69.11 मिमी. बारिश हुई। आईएमडी के एक अधिकारी ने बताया कि पुणे शहर में पिछले 24 घंटों में 59 मिमी. बारिश हुई तथा अगले दो दिनों में मध्यम से भारी बारिश होने की संभावना है।
चार बांधों वरसगांव, खडकवासला, पानशेत और टेमघर के डूब वाले इलाकों में अच्छी बारिश हुई। ये बांध शहर में पानी की आपूर्ति करते हैं।
पुणे के महापौर मुरलीधर मोहोल ने कहा कि चूंकि आईएमडी ने अच्छी बारिश का अनुमान जताया है तो शहर में 22 अगस्त से शुरू हो रहे गणेश उत्सव तक पानी की आपूर्ति में कोई कटौती न होने की संभावना है। इस बीच, पश्चिम महाराष्ट्र में स्थित कोयना बांध के जलग्रहण क्षेत्रों में बीते 24 घंटे के दौरान भारी बारिश के कारण छह टीएमसी पानी आया है।