महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिहं कोश्यारी ने कुछ दिन पहले शिवाजी को लेकर एक विवादित बयान स्पष्ट किया था जिसके चलते राज्य में सियासी दावंपेच शुरू हो गए थे और राज्पाल की जमकर अवैहलना की गई थी। इसी को लेकर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार ने औपचारिक रूप से कहा महाराष्ट्र के राज्यपाल की आलोचना करते हुए कहा कि जनाव से सारी हदें पार कर दें।
कोश्यारी के बयान पर भड़के शरद पवार
कोश्यारी ने पिछले हफ्ते औरंगाबाद में एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि छत्रपति शिवाजी महाराज पुराने दिनों के आदर्श थे। उनके इस बयान की राकांपा और उद्धव ठाकरे नीत शिवसेना गुट ने आलोचना की थी। पवार ने यहां संवाददाताओं से कहा, जब मैंने छत्रपति शिवाजी महाराज के बारे में उनकी टिप्पणी सुनी…अब उन्होंने सारी हदें पार कर दी हैं। उन्होंने कल शिवाजी महाराज की प्रशंसा की थी, लेकिन यह देर से समझ में आया।
राज्यपाल को अपनी गरिमा में रहना चाहिए- राकांपा
मिली जानकारी के मुताबिक पता चला है कि राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को (कोश्यारी के बारे में) फैसला लेना चाहिए। ऐसे लोगों को महत्वपूर्ण पद नहीं दिए जाने चाहिए। राकांपा प्रमुख ने कहा, ‘‘राज्यपाल का पद एक संस्था का प्रतिनिधित्व करता है और उस पद की गरिमा बनाए रखने के लिए हमने कोश्यारी के खिलाफ पहले कोई टिप्पणी नहीं की।’’ कोश्यारी बृहस्पतिवार से दो दिवसीय दिल्ली दौरे पर हैं।