महाराष्ट्र की राजनीति में कई दिनों से उठापटक चल रही था जिसकों लेकर शिवसेना सरकार काफी चिंतित में थे हालांकि कुछ दिन पहले ही फ्लोर टेस्ट से पहले उद्धव ठाकरे ने अपना इस्तीफा राज्यपाल को दे दिया था । जिसके बाद एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री बन गए। बताया जा रहा है कि महाराष्ट्र विधानसभा में राहुल नार्वेकर को स्पीकर चुन लिया गया है और यह संकेत एकनाथ शिंदे की सफलता को दर्शाता हैं। पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए एकनाथ शिंदे ने कहा हमारी नई सरकार मिश्रित सरकार है जो शिवसेना और बीजेपी मे मिलकर बनी हैं।
नई सरकार हिंदुत्व की सोच को बढ़ाएगी आगे
जानकारी के मुताबिक विधानसभा के सत्र के पहले दिन बतौर मुख्यमंत्री यहां पहुंचे एकनाथ शिंदे ने कहा कि, ये सरकार बालासाहेब के हिंदुत्व के विचार को आगे लेकर आगे बढ़ रही है. शिंदे ने कहा कि, उद्धव कैंप के कुछ लोग दावा कर रहे थे कि मेरे साथी कुछ विधायक हमारे सम्पर्क में हैं, मैंने उन्हें कहा था कि आप नाम बताइए मैं उन्हें विमान से भेज दूंगा. सीएम एकनाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री बनने पर PM मोदी, अमित शाह और JP नड्डा का धन्यवाद किया
विधायकों पर अयोग्यता पर लटक रही तलवार
अधिकारिक सूत्रों के मुताबिक एकनाथ शिंदे के शिवसेना और बीजेपी की सरकार वाले इस बयान के कई मायने हैं क्योंकि स्पीकर के लिए हुई वोटिंग के बाद अब विधायकों पर अयोग्यता की तलवार लटक रही है. फिलहाल ये साफ नहीं है कि कौन से धड़े के विधायकों पर गाज गिरेगी, लेकिन कानूनी जानकारों की मानें तो फिलहाल उद्धव ठाकरे गुट का पलड़ा भारी है. क्योंकि शिंदे गुट के विधायकों ने किसी भी दल के साथ विलय नहीं किया है, ऐसे में उन्होंने शिवसेना के खिलाफ वोटिंग की है तो उनकी मुश्किलें बढ़ सकती हैं. इसी को देखते हुए अब ये लड़ाई असली शिवसेना को लेकर शुरू है।
ठाकरे टीम और एकनाथ टीम के बीच चल रहे शब्दों के तीर
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की टीम ने कहा है कि हमारे पास ज्यादा से ज्यादा विधायकों का पूर्ण समर्थन हैं। इसलिए हमे शिवसेना पार्टी का असली पहचान मिलनी चाहिए । बागी विधायकों पर प्रहार करते हुए उद्धव ठाकरे के नेताओं ने स्पष्ट किया कि अभी भी पार्टी का अस्तित्व है जो हमेशा के लिए रहेगा । हालांकि इन दलबदल विधायकों को पूर्ण रूप से अयोग्य घोषित कर देना चाहिए ।