महाराष्ट्र में कोरोना वायरस संक्रमण के 121 नए मामले सामने आए हैं। इन नए मामलों के सामने आने के बाद राज्य में संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 2,455 हो चुकी है। इस बीच उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने मंगलवार को कहा कि कोरोनावायरस संकट से निपटने और राज्य की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए विशेषज्ञों की एक समिति का गठन किया गया है। यह विशेषज्ञ समिति 30 अप्रैल तक अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपेगी।
एक बयान के मुताबिक इस 11 सदस्यीय पैनल में शीर्ष नौकरशाह जे एस साहनी, सुबोध कुमार, रमानाथ झा, उमेशचंद्र सारंगी, जयंत कावले, सुधीर श्रीवास्तव, योजना विभाग के प्रमुख सचिव, उद्योग विभाग के प्रमुख सचिव और कृषि विभाग के सचिव शामिल हैं। वित्त विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव विशेषज्ञों के पैनल के समन्वयक के रूप में कार्य करेंगे।
पिछले हफ्ते, राज्य सरकार ने कोरोना वायरस के कारण उत्पन्न स्थिति से निपटने और राज्यों की अर्थव्यवस्था को फिर से पटरी पर लाने के लिए अजीत पवार के नेतृत्व वाली सात-सदस्यीय उप-समिति का गठन किया। पवार के अलावा, लोक निर्माण विभाग के मंत्री अशोक चाव्हाण, खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री छगन भुजबल, जल संसाधन मंत्री जयंत पाटिल, राजस्व मंत्री बालासाहेब थोरात, शहरी विकास मंत्री एकनाथ शिंदे और परिवहन मंत्री अनिल परब उपसमिति का हिस्सा हैं।
बयान में कहा गया है, ‘‘यह उप-समिति कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए राज्य की स्वास्थ्य प्रणाली, पुलिस, स्थानीय निकायों और अन्य सरकारी एजेंसियों की भूमिका को मजबूत करेगी।’’ पवार ने कहा कि यह 11 सदस्यीय विशेषज्ञ पैनल द्वारा सुझाए गए उपायों पर निर्णय लेगी। पैनल 30 अप्रैल तक अपनी रिपोर्ट उप समिति को सौंप देगा।