महाराष्ट्र की फणडवीस सरकार में मंत्री रही पंकजा मुंडे ने एक बार फिर पार्टी से दूरी बनाई है। मंगलवार रात पार्टी इकाई की कोर कमेटी की बैठक से पंकजा नदारद रहीं। बीजेपी ने मराठवाड़ा क्षेत्र में एक अहम बैठक बुलाई थी, जिसमें पंकजा मुंडे शामिल नहीं हुईं। बीजेपी के खिलाफ परोक्ष रूप से बगावत पर उतरीं पंकजा ने कहा कि वह 12 दिसंबर को होने वाली अपनी रैली की तैयारी में व्यस्त हैं, ऐसे में वह बैठक में हिस्सा नहीं ले सकतीं।
वहीं पार्टी ने भी इस बात का दावा किया है की उन्होंने बैठक में शामिल न होनी की अनुमति ली थी। अपने पिता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री, दिवंगत गोपीनाथ मुंडे की जयंती पर हर साल जनसभा करने वाली मुंडे बीजेपी की मंडल स्तर की बैठकों से भी गायब रही हैं। वह सोमवार को औरंगाबाद में हुई पार्टी की क्षेत्रीय स्तर की बैठक में भी शामिल नहीं हुईं। हालांकि प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि उनकी तबियत खराब होने के चलते वे बैठक में शामिल नहीं हो सकीं।
नागरिकता संशोधन विधेयक पर रूख स्पष्ट करे शिवसेना: कांग्रेस
बता दें कि पंकजा ने 12 दिसंबर को रैली करने वाली है। साथ ही उन्होंने अपने समर्थकों से रैली में शामिल होने की अपील की है। बताया जा रहा है कि पंकजा मुंडे इस रैली में अपनी चुनावी हार और आगे की रणनीति पर भी चर्चा करेंगी। दावा ये भी किया जा रहा है कि पंकजा मुंडे बीजेपी के खिलाफ दबाव की राजनीति कर रही हैं।हालांकि, इन आरोपों का उन्होंने खंडन किया था। इससे पहले बीजेपी के दिग्गज नेता एकनाथ खडगे ने भी पार्टी के कुछ नेताओं से अपनी नाराजगी जाहिर की थी।