महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे ने फ्लोर टेस्ट की अग्नि परीक्षा पास कर ली है। उन्हें विधानसभा में 164 विधायकों का समर्थन मिला। वहीं बीजेपी-शिंदे सरकार के खिलाफ 99 वोट पड़े। बहुमत पर मुहर लगते ही स्पष्ट हो गया है कि फिलहाल एकनाथ शिंदे सरकार खतरे से बाहर है।
फ्लोर टेस्ट से एक दिन पहले रविवार को स्पीकर के चुनाव में भी बीजेपी और एकनाथ शिंदे गुट के प्रत्याशी राहुल नार्वेकर भी 164 वोट से ही जीत हासिल की थी। वोटिंग में पूर्व सीएम अशोक चव्हाण समेत विपक्ष के 4 विधायक हिस्सा नहीं ले सके। कहा जा रहा है कि ये लोग विधानसभा में 11 बजे के तय वक्त के बाद पहुंचे और तब तक दरवाजे बंद हो चुके थे।
विपक्ष के ये 4 MLA नहीं डाल पाए वोट
इन विधायकों में कांग्रेस के अशोक चव्हाण, विजय वडेट्टीवार और NCP के अन्ना बंसोडे, संग्राम जगताप शामिल हैं। उद्धव खेमे के शिवसेना विधायक संतोष बांगड़ ने शिंदे सरकार के समर्थन में वोट किया। संतोष ने आज ही उद्धव का दामन छोड़कर शिंदे गुट को ज्वाइन किया है।
ध्वनिमत से वोटिंग पर विपक्ष ने जताया ऐतराज़
स्पीकर राहुल नार्वेकर ने पहले ध्वनिमत से वोटिंग का प्रयास किया था, लेकिन इस पर विपक्ष ने ऐतराज जताया था। इस पर स्पीकर राहुल नार्वेकर ने दोनों पक्षों के विधायकों को सीट पर ही खड़ा कराया और फिर विधानसभा के कर्मचारियों ने उनके पास जाकर मत लिया और उसके आधार पर ही फैसला लिया। इस दौरान एक दिलचस्प नजारा भी विधानसभा में देखने को मिला।