महाराष्ट्र के ठाणे में पुलिस स्वर्ण एवं अन्य योजनाओं में निवेश करने वाले ग्राहकों को कथित रूप से चूना लगाने वाली गुडविन ज्वैलरी श्रृंखला के मालिकों के खिलाफ लुकआऊट नोटिस जारी करने में जुटी है। पड़ोसी पालघर जिले की पुलिस ने इस ज्वैलरी फर्म के मालिकों पर ‘महाराष्ट्र वित्तीय प्रतिष्ठान जमाकर्ता हित संरक्षण (एमपीआईडी) अधिनियम’ के तहत भी मामला दर्ज किया है। इस कानून में ग्राहकों को चूना लगाने वालों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई के प्रावधान हैं।
सोशल मीडिया पर चल रहे एक वीडियो में ठाणे और पालघर में जमाकर्ता अपने निवेश का रिफंड मांगने के लिए गुडविन की बंद दुकानों के बाहर एकत्रित नजर आ रहे हैं और ज्वैलरी श्रृंखला के मालिक कथित रूप से उन्हें आश्वासन दे रहे हैं कि वे भागे नहीं हैं और वे ग्राहकों का पैसा लौटायेंगे।
मालिक ग्राहकों से उन पर विश्वास करने की अपील करते हुए नजर आ रहे हैं। ठाणे के डोम्बिवली थाने के वरिष्ठ निरीक्षक एस पी आहेरा ने कहा, ‘‘ हम वीडियो का भी परीक्षण कर रहे हैं।’’ गुडविन ज्वैलरी श्रृंखला ने दिवाली से दो दिन पहले ठाणे, पालघर और मुम्बई में अपनी दुकानें बंद कर दीं जिससे उसकी स्वर्ण एवं सावधि जमा योजनाओं में पैसा लगाने वाले सैंकड़ों लोग मुश्किल में घिर गये।
एक अन्य अधिकारी ने कहा कि गुडविन की अन्य सावधि जमा एवं निवेश योजनाओं में पैसा लगाने के लिए अपने गहने उसके पास रखने वाले कई लोगों को त्योहार के दौरान दुकानें बंद नजर आयीं जबकि उन्हें वादे के अनुसार रिटर्न में कुछ धन के वितरण की उम्मीद थी।
अधिकारी ने कहा कि कंपनी के मालिक और पूर्णकालिक निदेशक ए एम सुनीलकुमार और ए एम सुदेशकुमार का तब से पता नहीं चल रहा है। वे केरल के रहने वाले हैं। आहेरा ने कहा, ‘‘यह सुनिश्चित करने के लिए ज्वैलरी श्रृंखला के मालिकों के खिलाफ लुकआऊट नोटिस जारी किया जा रहा है कि वे देश छोड़कर नहीं भागें।’’
एक अन्य अधिकारी ने कहा कि यह मामला ठाणे पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा को सौंपा जा सकता है क्योंकि यह करोड़ों रूपये का मामला है। सैंकड़ों लोग शिकायतें दर्ज कराने के लिए अपने अपने इलाके के थाने पहुंचे और पालघर पुलिस ने ज्वैलरी श्रृंखला के मालिकों के खिलाफ एमपीआईडी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया।