महाराष्ट्र में शिवसेना के, उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले गुट ने मध्य मुंबई के शिवाजी पार्क में पांच अक्टूबर को वार्षिक दशहरा रैली आयोजित करने की अनुमति के लिए बुधवार को बंबई उच्च न्यायालय का रुख किया। याचिका में तत्काल सुनवाई का अनुरोध किया गया है और इसे न्यायमूर्ति आर डी धनुका और कमल खाता की पीठ के समक्ष पेश किया गया। पीठ ने इसे बृहस्पतिवार को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया।
हाईकोर्ट जाने के लिए विवश हुई पार्टी, अगस्त के बाद अबतक नहीं लिया हैं आवेदन पर निर्णय
याचिका शिवसेना और उसके सचिव अनिल देसाई ने दायर की है। याचिका में कहा गया है कि पार्टी उच्च न्यायालय का रुख करने के लिए विवश हुई क्योंकि मुंबई नगर निकाय ने अब तक रैली की अनुमति के लिए अगस्त में भेजे गए उसके आवेदनों पर निर्णय नहीं लिया है। पार्टी ने कहा कि बीएमसी को इस पर जल्द से जल्द निर्णय लेना होगा क्योंकि रैली से पहले इसके लिए आवश्यक तैयारियां करनी होंगी।
1996 से अब तक शिवाजी पार्क में किया गया हैं दशहरा रैली का आयोजन
शिवसेना ने अपनी याचिका में कहा कि पार्टी 1966 से हर साल शिवाजी पार्क में दशहरा रैली का आयोजन कर रही है और बीएमसी ने हमेशा इसकी अनुमति दी है। कोविड-19 महामारी के कारण सिर्फ 2020 और 2021 में रैली आयोजित नहीं की जा सकी थी।
2016 में सरकार ने खेल के अलावा दशहरा रैली के लिए दिन किए थे निर्धारित
याचिका के अनुसार, 2016 में राज्य सरकार ने शिवाजी पार्क में केवल खेल गतिविधियों की ही अनुमति दी थी। उस समय राज्य सरकार ने गैर-खेल गतिविधियों के लिए वर्ष में कुछ दिन निर्धारित किए थे और उनमें दशहरा रैली भी शामिल थी।
शिवसेना में दो फाड़, गिर गई थी उद्धव सरकार
इस साल जून में शिवसेना में एकनाथ शिंदे गुट के विद्रोह के बाद ठाकरे नीत महा विकास आघाड़ी सरकार गिर गई। महा विकास आघाड़ी गठबंधन में शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और कांग्रेस शामिल थीं। बाद में शिंदे ने मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के देवेंद्र फडणवीस ने उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली।
शिवसेना के दोनों गुटों ने रैली करने के लिए मांगी हैं अनुमति
ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले प्रतिद्वंद्वी गुट दोनों ने शिवाजी पार्क में अपनी-अपनी दशहरा रैलियों को आयोजित करने की अनुमति मांगी है। बीएमसी ने अब तक इस मुद्दे पर कोई फैसला नहीं किया है। दोनों गुटों ने विकल्प के तौर पर मुंबई के बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स (बीकेसी) के एमएमआरडीए मैदान में रैली करने की अनुमति के लिए भी आवेदन किया था। पिछले हफ्ते शिंदे गुट को बीकेसी में रैली के आयोजन को मंजूरी मिली थी।