कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को रोकने के लिए देश में लॉकडाउन जारी है। इस बीच DHFL मामले से जुड़े धीरज वधावन और उनका परिवार महाबलेश्वर पहुंच गए। महाराष्ट्र की पंचगनी पुलिस ने इन सभी लोगों को हिरासत में ले लिया है।
भाजपा नेता और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कपिल और धीरज वाधवान को महाबलेश्वर पहुंचने पर सीएम उद्धव ठाकरे को घेरते हुए कई सवाल खड़े किए है। इसके बाद महाराष्ट्र सरकार ने एक्शन लेते हुए गृह विभाग के विशेष सचिव और एडिशनल डीजीपी अमिताभ गुप्ता को तत्काल प्रभाव से अनिवार्य अवकाश (फोर्स लीव) पर भेज दिया है।
इस बात की जानकारी महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने दी। इस बात की जानकारी महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने दी।
No lockdowns for mighty & rich in Maharashtra?
One can spend holidays in Mahabaleshwar with official permission from police.
It is not possible that a senior IPS officer would do such gross mistake knowing the consequences on his own.
(1/2) https://t.co/0Ey8j938k8— Devendra Fadnavis (@Dev_Fadnavis) April 9, 2020
दरअसल, देवेंद्र फडणवीस ने ट्वीट किया, ‘महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख से यह पूछताछ की जाएगी कि वाधवान परिवार के 23 लोगों को खंडाला से महाबलेश्वर तक यात्रा करने की अनुमति कैसे मिली’।
वाधवान कुटुंबातील 23 लोकांना खंडाळा ते महाबळेश्वर यांना जाण्याची परवानगी कशी मिळाली याची चौकशी करणार.
— ANIL DESHMUKH (@AnilDeshmukhNCP) April 9, 2020
उनके इस ट्वीट के बाद अनिल देशमुख ने ट्वीट किय- ‘महाराष्ट्र के प्रधान सचिव, अमिताभ गुप्ता (जिन्होंने कथित रूप से वाधवन परिवार को अनुमति पत्र दिया था) को तत्काल प्रभाव से अनिवार्य छुट्टी पर भेज दिया गया है, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी’।