नयी दिल्ली : महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री पद के लिए शिवसेना और भाजपा के बीच घमासान के बीच भाजपा की ओर से एक बयान में कहा गया की महाराष्ट्र को जल्द ही भाजपा नीत सरकार मिलेगी साथ ही पार्टी की ओर से कहा गया कि राज्य में विधानसभा चुनाव के परिणाम उसके शासन को दिए गए जनता के समर्थन का प्रमाण देते हैं।
भाजपा प्रवक्ता जी वी एल नरसिम्हा राव ने कहा कि भाजपा विपक्षी कांग्रेस और राकांपा के गठबंधन को मिला कर मिली सीट से ज्यादा सीट लाकर ‘‘एक बड़े अंतर” के साथ सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरी है। उन्होंने कहा, “इस जन समर्थन के साथ, महाराष्ट्र को जल्द ही भाजपा नीत सरकार मिलेगी जो पूरे पांच साल चलेगी और लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करेगी। महाराष्ट्र के नतीजे भाजपा नीत सरकार को जनता के समर्थन की पुष्टि करते हैं।”
सत्ता में बराबर हिस्सेदारी की शिवसेना की मांग पर राव ने कहा कि भाजपा नेतृत्व ने पार्टी नेताओं के बयान पर गौर किया है और उन्हें उचित जवाब दिया जाएगा। शिवसेना के कई नेता मुख्यमंत्री पद पार्टी को देने की मांग कर रहे हैं। राज्य में अगली सरकार बनाने को लेकर सत्तारूढ़ गठबंधन साझेदारों के बीच जारी रस्साकशी के बीच मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (भाजपा) और शिवसेना नेता दिवाकर राउते ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से सोमवार को अलग-अलग मुलाकात की।
288 सदस्यीय विधानसभा के लिए हुए चुनाव में भाजपा को 105 जबकि शिवसेना को 56 सीट मिली। शरद पवार नीत राकांपा ने 54 सीट जीती जबकि कांग्रेस के हिस्से 44 सीट आई।
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने 2019 लोकसभा चुनाव से पहले उनके, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और फडणवीस के बीच जिस 50:50 फार्मुले पर सहमति बनी थी, उसकी याद दिलाई। शिवसेना के कई नेताओं की मांग है कि भाजपा को मुख्यमंत्री पद पार्टी के साथ साझा करना चाहिए और बारी-बारी से दोनों पार्टी के नेता मुख्यमंत्री बनने चाहिए। यह ऐसी मांग है जिसे भाजपा शायद ही स्वीकार करे।