पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कुछ हफ्ते पहले दुर्गा पूजा आयोजकों के लिए 28 करोड़ रुपये के अनुदान की घोषणा के बाद मुस्लिम समूहों ने इमामों का मासिक भत्ता तत्काल बढ़ाने की मांग को लेकर कोलकाता में ममता सरकार का विरोध प्रदर्शन किया। फुरफुरा शरीफ के इमाम पीरजादा ताहा सिद्दिकी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की आलोचना की है। वह एक ऐसे प्रभावित करने वाले इमाम हैं जिन्हें हर राजनीतिक पार्टी अपने पक्ष में करना चाहती है।
उन्होंने कहा, ‘जो लोग भाजपा पर सांप्रदायिक भावनाओं को उत्तेजित करने का आरोप लगाते हैं, कई बार वह खुद उसमें शामिल हो जाते हैं। तृणमूल ने दमदम धमाके के लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहराया था जोकि हालिया उदाहरण है।’ उन्होंने बनर्जी की सरकार की काफी आलोचना की है। ममता बनर्जी सरकार ने यह फैसला लिया है कि वह दुर्गा पूजा समितियों को पंडाल बनाने के लिए 28 करोड़ रुपये देगी। इस घोषणा के एक दिन बाद ही फैसले के विरोध में आयोजित की गई रैली के दौरान इमाम ने सरकार की आलोचना की। उन्होंने मुख्यमंत्री पर मुस्लिम समुदाय से किए वादों को पूरा नहीं करने का आरोप लगाया।
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साथ ही आगाह किया कि ये विरोध प्रदर्शनों की शुरुआत है और इन्हें आगे भी जारी रखा जाएगा। ABMYF के महासचिव मो. कमरूज्जमां ने बताया, इमामों का भत्ता पहले बढ़ाया जाना चाहिए, उसके बाद ममता सरकार को दुर्गा पूजा आयोजकों को अनुदान देने का सोचना चाहिए। ममता बनर्जी ने अपनी राजनीति के लिए BJP की लाइन ले ली है। ABMYF की मांग है कि इमामों का भत्ता दुगना किया जाना चाहिए। फिलहाल करीब 56,000 इमामों और मुअज्जिनों को क्रमश: 2500 रुपये और 1000 रुपये भत्ता मिलता है। ममता बनर्जी ने मुख्यमंत्री के तौर पर अपने पहले कार्यकाल में ये भत्ता देने की घोषणा की थी।