पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव में रणभूमि मानी जा रही नंदीग्राम से ममता बनर्जी ने आज पर्चा दाखिल कर दिया है। ममता बनर्जी ने अपना नामांकन दाखिल करने से पहले नंदीग्राम के शिव मंदिर में पूजा की। वहीं मंगलवार को सीएम ममता नंदीग्राम में एक मंदिर और एक मज़ार पर गई और कहा कि वह विभाजनकारी राजनीति में यकीन नहीं रखती हैं।
शिव मंदिर से निकल कर वह हल्दिया गयी। यहां पदयात्रा के बाद उन्होंने नामांकन पत्र दाखिल किया। नंदीग्राम में उनका मुकाबला पूर्व करीबी सहयोगी और अब प्रतिद्वंद्वी शुभेंदु अधिकारी से है। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी को ‘हिंदू कॉर्ड’ खेलने की चुनौती पेश की। भाजपा पर धर्म से खेलने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री ने मंच पर मंत्रोच्चार के बीच ‘दुर्गा सप्तशती’ का पाठ किया।
तृणमूल सुप्रीमो ने कहा कि उन्होंने नंदीग्राम को कभी नहीं छोड़ा और भाजपा ‘फूट डालो तथा राज करो’ की नीति अपना रही है। बनर्जी ने कहा,“मैं अपना नाम भूल सकती हूं, नंदीग्राम को नहीं भूल सकती। नंदीग्राम के लोगों के लिए मेरे अलावा कोई और नहीं था ,मुझे प्रताड़ित किया गया, फिर भी मैंने लड़ाई नहीं छोड़ी। नंदीग्राम में मुझे बाहरी कहने वाले खुद बाहरी हैं।”
नंदीग्राम विधानसभा क्षेत्र में एक अप्रैल को मतदान कराया जायेगा। इस मौके पर तृणमूल कांग्रेस नेता सुब्रत बख्शी भी मौजूद थीं। बनजी ने भगवान शिव के मंदिर में पूजा-अर्चना की जिसके बाद नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए वह उप मंडल कार्यालय पहुंची। उन्होंने नामांकन पत्र दाखिल करने से पहले यहां एक रोड शो किया। रोड शो में शामिल हजारों लोग इस दौरान ‘‘खेला होबे, खेला होबे’ के नारे लगाते रहे।