तृणमूल कांग्रेस (TMC) सुप्रीमो ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) द्वारा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की तारीफ ने राजनीतिक हस्तियों को चौंका दिया है। ममता बनर्जी ने परोक्ष रूप से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की तारीफ करते हुए कहा कि आरएसएस में सभी लोग बुरे नहीं हैं। उनके इस बयान के बाद AIMIM समेत तमाम विपक्षी दल उन पर हमलावर हो गई है।
दरअसल, ममता बनर्जी ने बुधवार को संवाददाताओं से कहा था कि ‘‘मुझे नहीं लगता कि आरएसएस इतना बुरी है। संघ में अभी भी कुछ लोग हैं जो बीजेपी की तरह नहीं सोचते हैं। आरएसएस में सभी बुरे नहीं हैं। आरएसएस में कई अच्छे लोग हैं और वे बीजेपी का समर्थन नहीं करते।”
ममता बनर्जी का बयान के आने के बाद ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने ममता बनर्जी के खिलाफ हमला बोल दिया है। उन्होंने कहा, “2003 में भी उन्होंने RSS को देशभक्त बताया था और बदले में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने उन्हें दुर्गा कहा था।”
आरएसएस पर निशाना साधते हुए ओवैसी ने कहा कि वे “हिंदू राष्ट्र” चाहते हैं। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी ने गुजरात दंगों के बाद संसद में बीजेपी सरकार का बचाव किया था। AIMIM प्रमुख ने कहा, “उम्मीद है कि TMC के मुस्लिम चेहरे उनकी ईमानदारी और निरंतरता के लिए उनकी प्रशंसा करेंगे।”
ममता बनर्जी और आरएसएस दोनों ही एक दूसरे की पीठ थपथपाने वाले क्लब
माकपा केंद्रीय समिति के सदस्य सुजान चक्रवर्ती ने तृणमूल कांग्रेस प्रमुख को ‘‘आरएसएस की देन ’’ करार देते हुए कहा कि ममता बनर्जी और दक्षिणपंथी हिन्दुत्ववादी संगठन आरएसएस दोनों ही एक दूसरे की पीठ थपथपाने वाले क्लब के सदस्य है।
सुजान चक्रवर्ती ने यूनीवार्ता से बातचीत में कहा कि 2003 में आरएसएस ने ममता बनर्जी को ‘देवी दुर्गा’ कहा था और बदले में उन्होंने इसके नेताओं को सच्चा देशभक्त कहा था। उन्होंने आरोप लगाया कि आरएसएस अपने सांप्रदायिक एजेंडे को आगे बढ़ने के लिए बीजेपी की बी टीम के रूप में ममता बनर्जी और उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस का इस्तेमाल कर रही है तथा वह भी जानबूझकर उसके साथ खेल रही है।
RSS से हुआ है TMC का जन्म : कांग्रेस
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अब्दुल मन्नान ममता बनर्जी के इस बयान से सकते में आ गए। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के आरोप में उनकी पार्टी के नेताओं पार्थ चटर्जी और अनुब्रत मंडल की हाल ही में गिरफ्तारी और कथित कोयला घोटाले के सिलसिले में उनके भतीजे अभिषेक बनर्जी को प्रवर्तन निदेशालय के ताजा समन के बाद वह अचंभित थीं।
अब्दुल मन्नान ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस का जन्म आरएसएस से हुआ था और यह पहली बार नहीं है कि उसने संगठन की प्रशंसा की है। उन्होंने कहा कि अपनी पार्टी के नेताओं की गिरफ्तारी और अपने भतीजे को समन के बाद ममता बनर्जी परेशान हो गयी हैं, इसलिए वह फिर से आरएसएस के साथ तालमेल बिठाने की कोशिश कर रही हैं।