पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बुधवार को दार्जिलिंग पर्वतीय क्षेत्र में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए), राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) तथा राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) के विरोध में आयोजित रैली का नेतृत्व करेंगी। ममता बनर्जी इस कानून के खिलाफ राज्य में होने वाले विरोध-प्रदर्शनों का पिछले कुछ सप्ताहों से नेतृत्व कर रही हैं।
उनकी अगुआई में कोलकाता में कई रैलियां आयोजित हुई हैं। तृणमूल छात्र परिषद तथा तृणमूल महिला कांग्रेस की कार्यकर्ताओं ने भी विरोध-प्रदर्शन किया है। उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल देश का एकमात्र राज्य है जिसने एनआरपी के मुद्दे पर दिल्ली में केंद्र सरकार की बैठक का बहिष्कार किया था।
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साथ ही उत्तरबंग उत्सव का भी बहिष्कार किया था। ममता बनर्जी ने साफ तौर पर कहा है कि बंगाल में एनपीआर और सीएए लागू नहीं होगा। उन्होंने राज्य के लोगों से वादा किया है कि वह उनकी हर दिन रक्षा करेंगी।