पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी बंगाल में शानदार जीत के बाद एक अलग ही उत्साह के साथ आगे बढ़ रही है। ममता बनर्जी ने रविवार को आरोप लगाया कि त्रिपुरा में यदि राजनीतिक विरोधी रैलियां निकालने का साहस करते हैं तो भाजपा उन्हें पीटती है और महिला सांसद को भी नहीं बख्शा जाता है।
2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा को सत्ता से हटाना है
वह त्रिपुरा की राजधानी अगरतला के समीप शुक्रवार को एक जनसंपर्क कार्यक्रम के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा तृणमूल कांग्रेस की राज्यसभा सदस्य सुष्मिता देव पर कथित रूप से हमला करने का जिक्र कर रही थीं। तृणमूल कांग्रेस इस पूर्वोत्तर राज्य में 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा को सत्ता से हटाने की कोशिश में जुटी है।
पश्चिम बंगाल में शांति है और यह मरघट की शांति नहीं है
पश्चिम बंगाल में भाजपा कार्यकताओं पर हमले संबंधी पार्टी के दावे पर तृणमूल सुप्रीमो ने कहा, ‘‘पश्चिम बंगाल में शांति है और यह मरघट की शांति नहीं है। ’’ बनर्जी ने यहां एक रैली में कहा, ‘‘इसके विपरीत उनके राज्य (त्रिपुरा) में हो रही चीजें देखिए। जो भी भाजपा के विरोध में रैलियां निकालने का साहस करता है, उसे लाठी-डंडों से पीटा जाता है। वे (भाजपा वाले) घायल तृणमूल कार्यकर्ताओं का इलाज भी नहीं होने देते हैं। एक युवा पार्टी कार्यकर्ता के साथ मारपीट की गयी और उसे (कोलकाता के) एसएसकेएम अस्पताल लाना पड़ा।’’
ईंधन की बढ़ती कीमतो पर गरजी ममता
उन्होंने काह कि प्रति दिन डीजल की कीमत बढ़ रही है। गैस सिलेंडर, डीजल, पेट्रोल की कीमतें बढ़ रही है, तो बढ़ रही है। कोई विरोध नहीं कर रहा है. हम मिलन मेला भी करेंगे और प्रतिवाद भी करेंगे। उन्होंने कहा कि बीएसएफ का दायरा 50 किलोमीटर तक बढ़ा दिया गया। वह बीएसएफ की खिलाफ नहीं हैं, लेकिन वह ऐसे पॉलिटिकल लोगों की खिलाफ है, जो दंगा फैलाना चाहते हैं और सत्ता दखल करना चाहते हैं।