21 जुलाई 1993 को जब ममता बनर्जी यूथ कांग्रेस की अध्यक्ष थीं तब पुलिस की गोली से प्रदर्शन कर रहे पार्टी के 13 कार्यकर्ता मारे गए थे। इस दिन को ममता बनर्जी हर साल ‘शहीद दिवस’ के रूप में मानती हैं। इस मौके पर आज उन्होंने कोलकाता में एक रैली को ऑनलाइन संबोधित किया। इस संबोधन में उनके निशाने पर सीधे तौर पर केंद्र की मोदी सरकार रही।
पेगासस जासूसी विवाद के संदर्भ में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर देश को ‘निगरानी वाला राष्ट्र’ बनाने का प्रयास करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मैं विपक्ष के अन्य नेताओं या मुख्यमंत्रियों से बात नहीं कर सकती क्योंकि केंद्र हमारी जासूसी करा रहा है।
ममता ने सुप्रीम कोर्ट से अनुरोध किया कि वह पेगासस स्पाईवेयर का इस्तेमाल करके नेताओं, कार्यकर्ताओं, पत्रकारों आदि को निशाना बनाने वाले कथित जासूसी स्कैंडल का संज्ञान ले। उन्होंने विपक्षी दलों से कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को हराने के लिए सभी को साथ आना होगा।
पेगासस जासूसी विवाद पर बोलीं ममता-देश को ‘निगरानी वाला राष्ट्र’ बनाना चाहती है मोदी सरकार
ऑनलाइन रैली को संबोधित करते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता ने कहा, ‘‘बीजेपी एक लोकतांत्रिक देश को कल्याणकारी राष्ट्र के बजाय निगरानी वाले राष्ट्र में बदलना चाहती है।’’ तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ने केंद्र पर पेट्रोल-डीजल पर कर से संग्रहित धन का इस्तेमाल कल्याणकारी योजनाओं के लिए करने के बजाय ‘एक खतरनाक सॉफ्टवेयर’ से जासूसी करने के लिए खर्च करने का आरोप लगाया।
बनर्जी ने रैली में कहा, ‘‘मुझे पता है कि मेरा फोन टैप किया जा रहा है। विपक्ष के सारे नेता जानते हैं कि उनके फोन टैप किए जा रहे हैं। मैं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) नेता शरद पवारजी या विपक्ष के अन्य नेताओं या मुख्यमंत्रियों से बात नहीं कर सकती क्योंकि केंद्र हमारी जासूसी करा रहा है। लेकिन हमारी जासूसी कराने से वे 2024 के लोकसभा चुनाव में नहीं बच पाएंगे।’’
बीजेपी नीत राजग सरकार पर कोविड की दूसरी लहर को संभालने में नाकाम रहने का आरोप लगाते हुए तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि बीजेपी को हर हाल में हराना होगा। उन्होंने अपनी आज की रैली में दिल्ली से डिजिटल तरीके से शामिल होने के लिए कांग्रेस, राकांपा, समाजवादी पार्टी, शिवसेना और अन्य कई दलों के नेताओं का आभार जताया।