कर्नाटक के मेंगलुरू में 19 नवंबर को हुये प्रेशर कुकर बम धमाके की जांच कर रहे राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण के सात सदस्यीय दल ने यहां स्थित एक मैकेनिकल इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्र को हिरासत में लिया है। कॉलेज के अधिकारियों ने यह जानकारी दी। राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) के अधिकारियों को संदेह है कि हिरासत में लिया गया छात्र विस्फोट के आरोपी मोहम्मद शारिक (24) का करीबी है।
कॉलेज के एक कर्मचारी ने मीडिया को बताया, ‘‘एनआईए के अधिकारी आज सुबह आये, उन्होंने कहा कि विस्फोट के सिलसिले में वे एक छात्र से सवाल करना चाहते हैं। उन्होंने बताया कि छात्र कॉलेज में मैकेनिकल इंजीनियरिंग के सातवें सेमेस्टर का छात्र है। कर्मचारी ने कहा, ‘‘हम इस घटना पर शर्मिंदा हैं।’’इस धमाके में मोहम्मद शारिक गंभीर रूप से झुलस गया था। 19 नवंबर को जब यह धमाका हुआ तब वह ऑटोरिक्शा में जा रहा था। शारिक का बेंगलुरु के सरकारी अस्पताल में उपचार चल रहा है। इस धमाके में ऑटो चालक भी झुलस गया था।
शारिक और उसके साथी आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट से कथित रूप से प्रभावित थे और टेलीग्राम मैसेजिंग एप के माध्यम से इससे जुड़े थे। पुलिस ने यह भी कहा था कि भारत से बाहर बैठे उनके ‘हैंडलरों’ ने बम बनाने का तरीके की जानकारी देने के लिए उन्हें दस्तावेज भेजे थे। उन्होंने बताया था कि दस्तावेज का इस्तेमाल करते हुये उन्होंने बम बनाया और शिवमोगा जिले में स्थित तुंगा नदी के किनारे इसका परीक्षण किया था। पुलिस ने कहा था कि उनकी मंशा पूरे कर्नाटक में बड़े पैमाने पर तबाही मचाने की थी। उल्लेखनीय है कि पिछले साल 15 अगस्त को शिवमोगा में हिंदुत्व विचारक वी सावरकर पर हुई हिंसा के मामले में पुलिस ने आईएस से प्रेरित एक आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया था, लेकिन शारिक ने पुलिस को चकमा दे दिया था।