मणिपुर में हिंसा अभी तक जारी है। बता दें वहां बुधवार को भी सैकड़ों घरों में आग लगा दी गई और बीएसएफ का जवान भी शहीद हो गया। अब मणिपुर हिंसा की आंच दिल्ली पहुंच गई है। हिंसा को लेकर कुकी समुदाय की महिलाओं ने नई दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह के आवास के सामने भी प्रदर्शन किया।
उपद्रवियों ने सेरोऊ इलाके में कई मकानों को जला दिया
सूत्रों के मुताबिक, प्रदर्शनकारियों ने कहा कि शांति का दिलासा दिए जाने के बाद भी मणिपुर में उनके समुदाय के लोगों पर लगातार हमले हो रहे हैं। उन्होंने कहा, लोगों की जिंदगी दांव पर लगी हुई है। केवल गृह मंत्री और प्रधानमंत्री ही मदद कर सकते हैं। बता दें कि मंगलवार को सुरक्षाबलों और उग्रवादियों के बीच गोलीबारी में एक जवान शहीद हो गया था वहीं दो घायल हो गए थे। इसके अलावा उपद्रवियों ने सेरोऊ इलाके में कई मकानों को जला दिया।
5 और 6 जून को पूरी रत गोलियां चलती रहीं
बता दें कि म्यांमार की सीमा से सटा प्रदेश बीते कई दिनों से हिंसा की चपेट में है। सूत्रों के मुताबिक, अब तक 80 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और 35 हजार लोगों को अपना घर छोड़ना पड़ा। इसके अलावा सुरक्षाबलों ने 30 उपद्रवियों को भी मार गिराया। सेना की तरफ से बताया गया कि 5 और 6 जून को रुक-रुककर पूरी रत गोलियां चलती रहीं।
10 जून तक राज्य में इंटरनेट बैन कर दिया गया है
दरअसल, यह हिंसा मेतेई समुदाय और कुकी समुदाय के लोगों के बीच 3 मई को शुरू हुई थी। इसके बाद गृह मंत्री ने भी मणिपुर में तीन दिन का दौरा किया। उन्होंने शांति बहाल करने के लिए सभी समुदायों से बात भी की और कई कदम उठाए लेकिन उनका सार्थक परिणाम अब तक नजर नहीं आया है। राज्य में अब भी सेना तैनात है और उग्रवादी मौका पाकर हिंसा करते हैं। 10 जून तक राज्य में इंटरनेट बैन कर दिया गया है।