गोवा के मंत्री विश्वजीत राणे ने राफेल सौदा मामले में केंद्र सरकार को घेरने के लिए कांग्रेस के ऑडियो क्लिप को ”छेड़छाड़” वाला करार देते हुए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को बुधवार को बताया कि उन्होंने राज्य सरकार से इस मामले में जांच के आदेश देने के लिए कहा है।
शाह को लिखे पत्र में राणे ने कहा कि इस राफेल मुद्दे पर उन्होंने कभी किसी से कोई बातचीत नहीं की। भारतीय जनता पार्टी के सूत्रों के मुताबिक, राणे ने कहा है कि ‘मैंने मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर को एक पत्र भेजकर इस मामले में शरारती तत्वों का पर्दाफाश करने के लिए तत्काल पुलिस और आपराधिक जांच की मांग की है।’
शाह को लिखे अपने पत्र में, राणे ने यह भी कहा, ‘यह एक छेड़छाड़ वाला ऑडियो है और मैने इस विषय पर कभी किसी के साथ कोई चर्चा नहीं की है।’ राणे ने पर्रिकर को लिखे पत्र में कहा, ”मैं मुख्यमंत्री को सूचित करना चाहता हूं कि कोई शरारत कर रहा है । इस मामले में जांच होनी चाहिए । ऐसे शरारती तत्वों को गिरफ्तार किया जाना चाहिए ।”
दरअसल कांग्रेस ने बुधवार को पर्रिकर के उस कथित दावे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जवाब मांगा था जिसमें पूर्व रक्षा मंत्री ने कहा था कि राफेल सौदे की एक फाइल उनके पास है और विपक्षी दल ने यह भी पूछा कि क्या यही कारण है कि संयुक्त संसदीय समिति की जांच का आदेश नहीं दिया जा रहा है। गौरतलब है कि कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला अपने आरोपों की पुष्टि के लिए एक ऐसी बातचीत सामने लाए हैं जिसमें कथित तौर पर राणे और एक अन्य व्यक्ति का संवाद है।