द्रमुक अध्यक्ष एम के स्टालिन ने रविवार को कहा कि सांप्रदायिक ताकतों से लड़ने, संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) का विरोध करने के लिए धर्मनिरपेक्ष पार्टियों के बीच एकता होना ‘अनिवार्य’ है। द्रमुक प्रमुख ने रविवार को झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लिया।
स्टालिन ने कहा कि वह समारोह में हिस्सा लेकर ‘सम्मानित’ महसूस कर रहे हैं। उन्होंने ट्विटर पर कहा, ‘‘हेमंत सोरेन के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेकर सम्मानित महसूस कर रहा हूं।’’
Honoured to be present at the swearing-in ceremony of @HemantSorenJMM.
Unity and coordination among secular parties essential to oppose #CAA & #NRC & #NPR fight back communal forces and protect social justice.
Wish the new government in Jharkhand a successful tenure. pic.twitter.com/gP8wKXInvu
— M.K.Stalin (@mkstalin) December 29, 2019
स्टालिन ने कहा, ‘‘सीएए, एनआरसी और एनपीआर का विरोध करने और सांप्रदायिक ताकतों से लड़ने और सामाजिक न्याय की रक्षा करने के लिए धर्मनिरपेक्ष पार्टियों के भीतर एकता और समन्वय होना आवश्यक है।’’