पटना : राजद के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने कहा कि आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबु नायडू तथा बंगाल की मुख्यमंत्री ममता जी ने अपने प्रदेशों में सीबीआई को बगैर इजाजत प्रवेश करने पर रोक लगा दी है। उन दोनों ने आरोप लगाया है कि मोदी सरकार सीबीआई का इस्तेमाल अपने राजनीतिक विरोधियों को झूठे मामलों में फंसा कर उनको तंग और परेशान करने के लिए कर रही है। कानूनन सीबीआई का क्षेत्राधिकार दिल्ली और केंद्र शासित राज्यों तक ही सीमित है।
अन्य राज्यों में उनकी सहमति से ही सीबीआई किसी मामले की जांच कर सकती है। नरेंद्र मोदी की सरकार जिस बेशर्मी से अपने राजनीतिक विरोधियों को फंसाने के लिए सीबीआई सहित अन्य केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरूपयोग कर रही है उसको देखते हुए दोनो मुख्यमंत्रियों के इस निर्णय का हम समर्थन करते हैं। श्री तिवारी ने बताया कि हम लोग लगातार यह कह रहे हैं कि लालू परिवार के विरूद्ध राजनीतिक कारणों से सीबीआई सहित अन्य केंद्रीय जांच एजेंसियों का इस्तेमाल किया जा रहा है।
सीबीआई के निदेशक आलोक वर्मा ने सुप्रीम कोर्ट को जो लिखित बताया है उससे हमारा आरोप सही प्रमाणित हुआ है। उनका कहना है कि रेलवे के मामले में लालू परिवार के खिलाफ कार्रवाई का पर्याप्त आधार नहीं था। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट को जो बताया है उससे स्पष्ट है कि प्रधानमंत्री कार्यालय के एक वरीय पदाधिकारी के निदेश पर सीबीआई के विशेष निदेशक राकेश अस्थाना द्वारा लालू परिवार को फंसाया गया है। आश्चर्य तो यह है कि इस सिलसिले में उन्होने सुशील मोदी का भी नाम लिया है। सुशील मोदी प्रधानमंत्री कार्यालय के उस वरीय पदाधिकारी के साथ मिलकर लालू परिवार को फंसाने के लिए लगातार दबाव बना रहे थे।
उन्होंने कहा कि सबको स्मरण है कि रेलवे के इसी मामले को आधार बनाकर नीतीश कुमार महागठबंधन से अलग हुए थे। सबकुछ योजनाबद्ध ढंग से अंजाम दिया गया। इस योजना में नीतीश कुमार भी आकंठ संलिप्त थे। दो-दो भूतपूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी जी और लालू जी के घर पर सीबीआई की छापेमारी हो और बिहार का मुख्यमंत्री इससे अंजान रहा होगा इस पर कौन यकीन करेगा।
स्मरण होगा कि छापेमार के दो-एक दिन पहले नीतीश कुमार बीमारी का बहाना बनाकर स्वास्थ्य लाभ के लिए राजगीर चले गए थे। अब तो सीबीआई के निदेशक ने उस पुरे प्रकरण पर से स्वंय ही पर्दा उठा दिया है। हम पिछड़ों, अतिपिछड़ो, दलितों, महादलितों, अकलियतों तथा समाज के तमाम उदारवादी और प्रगतिशील लोगों को सलाम करते हैं। जिन्होंने इस गंभीर साजि़श को समझा और मजबूती के साथ राजद और इसके नेतृत्व के साथ खड़े हैं।