पटना : भाजपा के अध्यक्ष नित्यानंद राय ने आज भारत के अंतरिक्ष महाशक्ति बनने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नीत केंद्र सरकार और देशवासियों को बधाई दी है। उन्होंने इसको ऐतिहासिक क्षण बताते हुए कहा कि मैं गदगद हूं। जो भारत कभी उधार के रॉकेट से अपना अंतिरक्ष कार्यक्रम चलाता था, उसके अंतरिक्ष महाशक्ति बनने की जो यात्रा है, जो प्रक्रिया है, वही इस सरकार की देन है। श्री नित्यानंद ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत अंतरिक्ष में सुपर पावर बन गया है।
भारत अंतरिक्ष में लाइव सैटेलाइट को मार गिराने की क्षमता रखने वाला चौथा देश बन गया है। यह कोई छोटी उपलब्धि नहीं है। इससे पहले यह क्षमता केवल तीन देशों अमेरिका, रूस और चीन के ही पास थी। हमने अंतरिक्ष में उपग्रह को मार गिराने की क्षमता हासिल कर ली है। हमारे वैज्ञानिकों ने अंतरिक्ष में 300 किमी दूर में एक लाइव सैटेलाइट को मार गिराया है जो कि एक पूर्व निर्धारित लक्ष्य था। मात्र तीन मिनट में यह ऑपरेशन पूरा कर हमारे वैज्ञानिकों ने इतिहास रचा है और भारत का नाम रोशन किया है।
श्री राय ने कहा कि मिशन शक्ति एक अत्यंत कठिन ऑपरेशन था जिसमें उच्च कोटि की तकनीकी क्षमता की आवश्यकता थी, वैज्ञानिकों द्वारा सभी निर्धारित लक्ष्य और उद्देश्य प्राप्त कर लिए गए हैं। यह हम सभी भारतीयों के लिए गर्व की बात है, जो जय किसान, जय जवान और जय विज्ञान में भरोसा करते हैं। श्री राय ने कहा कि जब 2007 में चीन ने एंटी-सैटेलाइट परीक्षण कर अमेरिका और रूस की बराबरी की थी तब पश्चिमी दुनिया हिल गई थी।
उस समय मनमोहन सिंह के नेतृत्व में भारत ने हथियारों की ऐसी किसी भी होड़ में न पडऩे की घोषणा की थी। तब देश को भारी निराशा हुई थी। मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद यह आशा तो थी कि भारत अंतरिक्ष ताकत बन चुके चीन को वाकओवर नहीं देगा और आज नहीं तो कल हम भी यह शक्ति अर्जित अवश्य करेंगे।
बात केवल समय की थी कि कब? आज मोदी के नेतृत्व में यह उपलब्धि भी हमारे नाम है। जिनके अंदर राष्ट्रभाव नाम की कोई चीज न हो वे नहीं समझ सकते परन्तु भारत की यह उपलब्धि निश्चय ही पोखरण परमाणु परीक्षण से कम नहीं है। भाजपा के अध्यक्ष ने कहा कि आज का यह परीक्षण किसी भी तरह के अंतरराष्ट्रीय कानून या संधि समझौतों का उल्लंघन नहीं करता है। भारत इसका इस्तेमाल 130 करोड़ देशवासियों की सुरक्षा और शांति के लिए ही करेगा। यह देश और 130 करोड़ देशवासियों के लिए गर्व का क्षण है।