महाराष्ट्र विधानसभा का मानसून सत्र आज से शुरू हो रहा है। सत्र 17 अगस्त से 25 अगस्त तक चलेगा। राज्य में सीएम बनने के बाद एकनाथ शिंदे पहले पहली बार सदन के किसी सत्र में हिस्सा ले रहे हैं। वहीं आदित्य ठाकरे पहली बार विधानसभा में विपक्ष में बैठेंगे। मानसून सत्र का पहला दिन हंगामेदार रहने के आसार हैं।
सत्र शुरू होने की पूर्व संध्या पर विपक्षी दलों राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा), कांग्रेस और उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने शिंदे नीत राज्य सरकार द्वारा आयोजित चाय पार्टी का बहिष्कार करते हुए आरोप लगाया कि राज्य सरकार लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं का पालन नहीं कर रही है।
मुश्किलों में फंस सकते है कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल, सीबीआई कसेगी शिकंजा
विपक्ष के नेता और राकांपा के वरिष्ठ नेता अजीत पवार ने कहा, ‘‘जिस तरह से सरकार सत्ता में आई, उसे देखते हुए यह हमारा सर्वसम्मत विचार है कि शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार निर्धारित संवैधानिक नियमों के अनुसार नहीं बनी है।’’ पवार ने कहा, ‘‘इस संबंध में याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला लंबित है। सरकार सभी लोकतांत्रिक मूल्यों और नियमों के खिलाफ बनाई गई है।’’
अपने अंतिम दिनों में, ठाकरे सरकार ने जल्दबाजी में लिए फैसले : CM शिंदे
आक्रामक रुख अपनाए विपक्ष ने स्पष्ट कर दिया है कि वह मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली ‘‘असंवैधानिक’’ सरकार का विरोध करेगा। महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे कैबिनेट का विस्तार हो गया है। इसमें 18 मंत्रियों ने शपथ ली। जिसमें से 9 शिंदे गुट के हैं तो 9 बीजेपी के।