मध्यप्रदेश के बड़वानी जिले के राजपुर विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी तथा पूर्व राज्य मंत्री देवी सिंह पटेल का सोमवार तड़के हार्ट अटैक के चलते निधन हो गया। वे 66 वर्ष के थे। पारिवारिक सूत्रों के अनुसार पटेल को तड़के चार बजे बांदरकच्छ स्थित उनके निवास स्थान पर दिल का दौरा पड़ा और उन्हें वहां से 14 किलोमीटर दूर राजपुर स्थित शासकीय अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
गत सितंबर में मुख्यमंत्री की जनआशीर्वाद यात्रा की तैयारियों के दौरान उन्हें हृदय में तकलीफ हुई थी और उनकी एंजियो प्लास्टी भी कराई गई थी। एक अप्रैल 1952 को बड़वानी जिले के ठीकरी तहसील के बांदरकच्छ में जन्मे देवी सिंह पटेल अपने पीछे पत्नी और दो पुत्र छोड़ गए हैं। खरगोन बड़वानी संसदीय क्षेत्र के भाजपा सांसद सुभाष पटेल उनके भतीजे हैं। उनके निधन से क्षेत्र में शोक की लहर फैल गई है।
पटेल का अंतिम संस्कार आज अपरान्ह उनके गृह ग्राम बांदर कच्छ में किया जायेगा। उनके निधन पर कैबिनेट मंत्री अंतर सिंह आर्य, बड़वानी से पूर्व भाजपा विधायक प्रेम सिंह पटेल, क्षेत्रीय सांसद सुभाष पटेल, पानसेमल से भाजपा विधायक दीवान सिंह पटेल, भाजपा के प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य ओम सोनी, जिला अध्यक्ष ओम खंडेलवाल तथा कांग्रेस विधायक बाला बच्चन समेत कई लोगों ने शोक प्रकट किया है।
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देवी सिंह पटेल ने सर्वप्रथम 1982 में पंच का चुनाव जीता था और उसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। पटेल ने 1985 से 2013 तक भाजपा प्रत्याशी के तौर पर सात विधानसभा चुनाव लड़ थे, जिसमे तीन बार (1990,1998, 2003) अंजड़ विधानसभा क्षेत्र से तथा 2008 में राजपुर विधानसभा क्षेत्र से उन्होंने जीत हासिल की थी।
देवी सिंह पटेल 2003 का चुनाव जीतने के बाद उमा भारती मंत्री मंडल में आदिम जाति कल्याण विभाग के राज्य मंत्री भी रहे। 2013 के चुनाव में कांग्रेस के बाला बच्चन से उन्हें हार का सामना करना पड़ा था, किन्तु 2018 के विधानसभा चुनाव के लिए राजपुर विधानसभा से भारतीय जनता पार्टी द्वारा उन्हें पुन: प्रत्याशी घोषित किया गया था। इस बार भी उनका मुकाबला कांग्रेस के बाला बच्चन से ही था।