मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने भिंड जिले के मेहगांव व गोरमी विधानसभा क्षेत्र में भाजपा उम्मीदवार के समर्थन में जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहाकि राज्य में हो रहे उप-चुनाव राष्ट्रवाद और राष्ट्रविरोधियों के बीच का चुनाव है। उमा भारती ने कहा कि 28 विधानसभा क्षेत्रों में हो रहे उपचुनाव सत्य और असत्य के बीच का चुनाव है। एक तरफ भाजपा है, जिसने मध्यप्रदेश का विकास किया और दूसरी तरफ मध्यप्रदेश में अंधकार करने वाली और विनाश करने वाली कांग्रेस है।
उन्होंने कहा, “यह उपचुनाव सरकार बनाने का नहीं, एक मजबूत सरकार चलाने का चुनाव है। इसलिए आप सोच-समझकर उस पार्टी को वोट दें जो राष्ट्रवाद से प्रेरित हों। यह चुनाव राष्ट्रवाद और राष्ट्र विरोधियों के बीच का चुनाव है।” उमा भारती ने कहा कि भाजपा के लिए सत्ता सेवा का माध्यम है। पं. दीनदयाल के एकात्म मानव दर्शक को मंत्र मानकर केंद्र की मोदी सरकार एवं प्रदेश की शिवराज सिंह सरकार गरीब, किसान, असहाय, युवा, महिलाओं और बुजुर्गो को लाभ पहुंचाने के लिए कार्य कर रही है। 15 महीने प्रदेश में रही कमल नाथ सरकार ने गरीबों से उनके हक छीने और जनकल्याणकारी योजनाएं बंद कर दी।
उन्होंने कहा, “इस चुनाव में एक तरफ वह लोग हैं, जिन्होंने 15 वर्ष तक सेवा की और दूसरी तरफ कांग्रेस के वह लोग हैं, जिन्होंने 15 महीने तक प्रदेश को लूटा। आप लोगों का फर्ज है कि ऐसी सरकार और ऐसे जनप्रतिनिधि को चुनें जो सुख-दुख में आपके साथ खड़ा हो।”
अनुसूचित जाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष लाल सिंह आर्य ने कहा कि कांग्रेस हमेशा से अनुसूचित जाति वर्ग से झूठ बोलती आई है। गरीबी हटाओ का नारा दिया, लेकिन गरीबी हटाने की बजाय अनुसूचित जाति, जनजाति और पिछड़ा वर्ग का दमन किया। कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में अपने वचन पत्र में जो वादे किए थे। वह उनसे मुखर गई, न तो किसानों का दो लाख तक का कर्जा माफ किया और न ही प्रदेश युवाओं को बेरोजगारी भत्ता दिया।