मध्य प्रदेश के रतलाम जिले के सुराणा गांव से एक वर्ग के पलायन की खबर के बारे में राज्य के गृहमंत्री डॉ नरेात्तम मिश्रा ने बयान दिया है कि, रतलाम जिले के सुराणा को मध्य प्रदेश का ‘कैराना’ बनाने की साजिश सफल नहीं होने दी जायेगी। इस मामले की खबर आने के बाद रतलाम के जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक ने दौरा किया और सामने जो बात आई है वह सामान्य मामलों का विवाद है।
असमाजिक तत्वों की खिलाफ रासुका लगाने के दिए निर्देश
रतलाम जिले में विवाद की वजह अवैध अतिक्रमण और अन्य स्थानीय छोटे मसले हैं, जिनका शीघ्र निराकरण कर लिया जाएगा। विवाद के शांतिपूर्ण समाधान के लिए एक समिति का गठन कर दिया गया है। गृहमंत्री ने बताया कि, सुराणा मामले पर बनी समिति में एसडीएम और एसडीओपी के साथ ही दोनों पक्षों के दो-दो प्रतिनिधियों को शामिल किया गया है। साथ ही गांव में एक अस्थाई पुलिस चौकी बना दी गई है और स्थानीय प्रशासन को असामाजिक तत्वों के खिलाफ जिलाबदर और रासुका के तहत कार्रवाई के आदेश दे दिए गए हैं।
गृहमंत्री ने प्रशासनिक दल को भेजा था गांव
ज्ञात हो कि बुधवार को सुराणा की चर्चा हुई थी कि, यहां से एक वर्ग के लोगों के दूसरे वर्ग के द्वारा परेशान किए जाने पर पलायन और अपने मकान तक बेचने की बात कही जा रही थी। इसके बाद राज्य के गृहमंत्री ने प्रशासनिक दल को गांव में भेजा था।