मध्य प्रदेश से समाजवादी पार्टी (सपा) को तगड़ा झटका लगा है। प्रदेश में पार्टी के इकलौते विधायक राजेश कुमार शुक्ला ने बीजेपी का दामन थाम लिया। इसके बाद सपा की राज्य इकाई ने आरोप लगाया कि बीजेपी धन बल के आधार पर उसकी विपक्षी पार्टियों के विधायकों का लगातार दल-बदल कराते हुए लोकतंत्र की हत्या कर रही है।
सपा के प्रदेश अध्यक्ष रामायण सिंह पटेल ने शुक्ला के दल-बदल के बाद इंदौर में कहा, ‘‘सत्तारूढ़ बीजेपी अपने धन का जोर दिखा रही है। वह धन के बल पर उसकी विपक्षी पार्टियों के विधायकों को लालच देकर उनका दल-बदल करा रही है। इससे लोकतंत्र की हत्या हो रही है।’’
उन्होंने बताया कि बीजेपी का दामन थामने वाले शुक्ला को पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण सपा की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया गया है और विधानसभा से उनकी सदस्यता खत्म कराने के लिए सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से चर्चा के बाद ‘‘त्वरित कार्रवाई’’ की जाएगी।
मध्य प्रदेश में बसपा सपा और एक निर्दलीय सहित 3 विधायक BJP में शामिल
पटेल ने यह भी कहा कि राज्य में सपा के इकलौते विधायक शुक्ला के बीजेपी में शामिल होने से अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों में सपा की संभावनाओं पर कोई असर नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा, ‘‘आगामी विधानसभा चुनावों में हम पूरी तैयारी के साथ विस्तृत रूप से मैदान में उतरेंगे। मैं चुनौती देता हूं कि राज्य की अगली सरकार सपा के सहयोग के बिना नहीं बन सकेगी।’’
गौरतलब है कि सपा छोड़कर बीजेपी में शामिल होने वाले राजेश कुमार शुक्ला छतरपुर जिले की बिजावर सीट की विधानसभा में नुमाइंदगी करते हैं। शुक्ला के साथ बहुजन समाज पार्टी के विधायक संजीव सिंह कुशवाहा (भिंड) और निर्दलीय विधायक विक्रम सिंह राणा (सुसनेर) भी राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मौजूदगी में मंगलवार को बीजेपी में शामिल हुए। नतीजतन राष्ट्रपति चुनाव के लिए सत्तारूढ़ दल ने प्रदेश विधानसभा में अपनी संख्या और मजबूत कर ली है।