भोपाल : कोरोना वायरस संक्रमण के एक मरीज के संपर्क में आये लोगों को ढूंढने गये स्वास्थ्य कर्मियों के दल पर इंदौर में हुई पथराव की बहुचर्चित घटना के बाद मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के मुस्लिम बहुल इलाके में लॉकडाउन के दौरान भीड़ को हटाने गई पुलिस पर कथित रूप से दो हिस्ट्रीशीटरों सहित करीब 20 लोगों ने चाकू एवं डंडों से हमला कर दिया, जिससे इस घटना में दो पुलिसकर्मी घायल हो गये । इन दोनों पुलिसकर्मियों पर चाकू से वार किया गया है।
पुलिस ने बताया कि इस मामले में मुख्य आरोपी शाहिद कबूतर (35) सहित पांच आरोपियों को अब तक गिरफ्तार किया गया है। चार आरोपियों के खिलाफ भादंवि की विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया गया है, जबकि मुख्य आरोपी शाहिद कबूतर पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत भी कार्रवाई की गई है। वह हिस्ट्रीशीटर है।
इस मामले को गंभीरता से लेते हुए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि दिन-रात एक कर जनता को इस महामारी से बचाने में लगे पुलिसकर्मियों पर हमला बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और इन गुंडों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई की जाएगी।
तलैया पुलिस थाना प्रभारी डी पी सिंह ने मंगलवार को बताया, ”भोपाल में लगे संपूर्ण लॉकडाउन के कारण सोमवार रात करीब 10 बजे चार—पांच पुलिसकर्मी तलैया थानांतर्गत इस्लामनगर में भीड़ को हटाने पहुंची। जैसे ही पुलिस ने भीड़ से हटने को कहा, उसी दौरान वहां मौजूद दो हिस्ट्रीशीटरों शाहिद कबूतर एवं मोहसिन कचौड़ी सहित करीब 20 लोगों ने चाकूओं, डंडों एवं पत्थरों से पुलिस दल पर हमला कर दिया।
सिंह ने बताया कि इस घटना दो आरक्षक लक्ष्मण यादव एवं सतीश कुमार घायल हुए हैं।” उन्होंने कहा, ”इन दोनों पुलिसकर्मियों पर चाकू से वार किया गया है। यादव को गर्दन के निकट एवं कुमार को हाथ में चाकू गोदा गया है ।” सिंह ने बताया, ”दोनों घायलों को चिरायु अस्पताल में भर्ती कराया गया है।”
उन्होंने कहा, ”वारदात के बाद सभी आरोपी मौके से फरार हो गये थे। हमने आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस की तीन पार्टियां बनाई, जिन्होंने मुख्य आरोपी शाहिद कबूतर सहित पांच आरोपियों को अब तक गिरफ्तार कर लिया है। शाहिद कबूतर पर रासुका लगाई है। बाकी चार पर भादंवि की धाराएं लगाई गई हैं।”
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एक अन्य आरोपी मोहसिन कचौड़ी :करीब 26 साल: पुलिस को देख कर मौके से भाग गया। वह भी हिस्ट्रीशीटर है। उन्होंने कहा, ”इस मामले में हमने छह—सात नामजद और 10—12 अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। अन्य आरोपियों को भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।”
इसी बीच, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्विटर पर लिखा, ”दिन-रात एक कर जनता को इस महामारी से बचाने में लगे पुलिसकर्मियों पर हमला बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ‘कबूतर हो या ‘कचौड़ी’, किसी को बख्शा नहीं जाएगा।” उन्होंने कहा, ”अराजकता फैलाने वाले गुंडे-बदमाशों को सबक सिखाना अतिआवश्यक है। इन गुंडों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई की जाएगी।”
मालूम हो कि इससे पहले मध्य प्रदेश के इंदौर के टाटपट्टी बाखल इलाके में एक अप्रैल को कोरोना वायरस संक्रमण के एक मरीज के संपर्क में आये लोगों को ढूंढने गये स्वास्थ्य कर्मियों पर लोगों ने अचानक पथराव कर दिया था। इस पथराव में दो महिला डॉक्टरों के पैर में चोट आयी है। इस मामले में आरोपियों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई की गई थी।