मध्य प्रदेश सरकार ने एक ही स्थान से दूध और मुर्गा बेचे जाने की योजना यहां राजधानी से शुरू कर दी है। सरकार ने कहा है कि इस योजना के जरिए लोगों को एक ही स्थान पर दूध, अंडे और कड़कनाथ का मुर्गा प्राप्त होंगे। लेकिन भाजपा ने सरकार के इस कदम का विरोध किया है। भाजपा ने इसे हिंदू भावनाओं को आहत करने वाला कदम करार दिया है।
राजधानी स्थित कुक्कुट विकास निगम ने एक ही स्थान से दूध, चिकन व अंडे की बिक्री शुरू कर दी है। राज्य के पशु पालन मंत्री लाखन सिंह यादव ने शनिवार को संवाददाताओं से कहा, ‘लोगों को एक ही स्थान से अच्छी गुणवत्ता वाले दूध और अंडे मिलेंगे। चिकन पार्लर से मुर्गा मिलेगा।’
उल्लेखनीय है कि राजधानी में इस योजना के तहत एक ही स्थान पर चिकन पार्लर और दूध पार्लर खोले गए हैं। चिकन पार्लर पर लिखा हुआ है ‘झाबुआ व बड़वानी जिलों की आदिवासी महिलाओं द्वारा उत्पादित कडकनाथ चिकन उपलब्ध है’। उसी के बगल में दूध पार्लर में गाय का ताजा और शुद्घ दूध की बिक्री हो रही है।
प्रदेश सरकार की इस योजना पर आपत्ति जताते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने मुख्यमंत्री कमलनाथ को पत्र लिखा है। उन्होंने इसे हिन्दुओं की धाíमक भावनाओं से खिलवाड़ किए जाने वाला कदम करार दिया है।
शर्मा ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा है, ‘मध्यप्रदेश कुक्कु ट विकास निगम द्वारा आदिवासी भाइयों से कड़कनाथ मुर्गे खरीदकर उनका मांस बेचा जा रहा है। समाचार माध्यम से मुझे ज्ञात हुआ है कि चिकन पार्लर से निगम की डेरियों से तैयार शुद्घ गाय का दूध भी विक्रय किया जा रहा है। एक ही व्यक्ति विक्रय केन्द्र पर मांस और दूध बेच रहा है, जो कि गलत है।’
उन्होंने पत्र में कहा है, ‘मैं शुद्घता के लिए शासन-प्रशासन के हर प्रयास के साथ हूं। अगर आदिवासी भाइयों को कड़कनाथ के माध्यम से रोजगार उपलब्ध कराने के प्रयास किए गए हैं तो सरकार का यह प्रयास स्वागत योग्य है, बल्कि सरकार को चाहिए कि वह आदिवासी भाइयों द्वारा ही संपूर्ण मध्यप्रदेश में कड़कनाथ का विक्रय कराए। परंतु गाय के शुद्घ दूध को मांस की दुकान पर बेचना गलत है। ‘
उन्होंने कहा है, ‘हिन्दू धर्म में पूजा-पाठ और कर्मकांड में दूध का विशेष महत्व है। हिन्दू धर्म की आस्था को ध्यान में रखते हुए चिकन पार्लर से गाय के दूध के विक्रय पर प्रतिबंध लगाया जाए।’
शर्मा ने पत्र में कहा, ‘नवदुर्गा व्रत प्रारंभ होने से पूर्व निगम द्वारा संचालित इस पार्लर को अलग-अलग स्थानों पर अलग-अलग लोगों के माध्यम से संचालित किए जाने की व्यवस्था लागू की जाए और इसके लिए सरकार तत्काल निर्देश दे।’