बिहार में मुजफ्फरपुर की एक अदालत में बालिका अल्पावास गृह यौन शोषण मामले के मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर समेत दस अभियुक्तों की आज पेशी हुई।
बालकों का लैंगिक अपराधों से संरक्षण अधिनियम (पाक्सो) अदालत के न्यायाधीश आर. पी. तिवारी के समक्ष वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से खुदीराम बोस केन्द्रीय कारागार में बंद मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर समेत दस अभियुक्तों की पेशी करायी गयी।
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अदालत में पेशी के दौरान ब्रजेश ने स्वयं को असुरक्षित बताते हुए सेल बदलने का आग्रह किया। ब्रजेश ठाकुर ने शनिवार को कहा कि उसकी जान को खतरा है, क्योंकि जेल में उसे बागी माओवादियों के साथ रखा गया है। ठाकुर ने स्थानीय अदालत को बताया कि जेल में मेरी जान को खतरा है।’
ब्रजेश के आग्रह पर अदालत ने कहा, ‘आप सुरक्षित जगह पर रखे गये हैं, वहीं रहिए।’ ठाकुर दो जून से मुजफ्फरपुर केंद्रीय कारा में बंद है। उसे इसी सप्ताह अस्पताल से आने के बाद बंदी वार्ड में भेजा गया।
उधर, केन्द्रीय जांच ब्यूरो ने शुक्रवार को छापेमारी में जब्त की गई संचिकाओं एवं सामानों का गहराई से अध्ययन एवं जांच-पड़ताल शुरू कर दी है।
उल्लेखनीय है कि ब्यूरो ने राज्य की पूर्व समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा एवं बालिका गृह यौन शोषण मामले के सरगना ब्रजेश ठाकुर के 12 ठिकानों पर छापेमारी कर संचिकाएं एवं अन्य कागजातों के साथ इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को साक्ष्य के रूप में जब्त किया है।