पंजाब कांग्रेस के नेतृत्व में हुए फेरबदल के बाद अब मेघालय पार्टी इकाई में सुगबुगाहट शुरू हो गई। इस बीच मेघालय के पूर्व मुख्यमंत्री एवं वर्तमान में विपक्ष के नेता मुकुल संगमा ने कि वह जल्द ही कांग्रेस आलाकमान से बात कर पार्टी की चारदीवारी के भीतर अपने मसलों को सुलझा लेंगे। संगमा ने अपने कार्यालय में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि उनका ध्यान यह सुनिश्चित करने पर है कि पार्टी की चारदीवारी के भीतर ही आंतरिक मामलों में सुधार से संबंधित मुद्दों को हल कर लिया जाए।
मेघालय प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के रूप में शिलांग के सांसद विंसेंट एच पाला की नियुक्ति के बाद उभरे ‘स्पष्ट मतभेद’ के बाद यह अफवाह है कि संगमा पूरी प्रक्रिया में पार्टी आलाकमान द्वारा उन्हें दरकिनार किए जाने से बहुत नाखुश हैं और अपने विकल्प खुले रखते हुए पार्टी छोड़ सकते हैं। ऐसी रिपोर्ट मिली हैं कि संगमा एक नई क्षेत्रीय राजनीतिक पार्टी बनाने पर भी विचार कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘कल मैं शिलांग आया था, मैं समाचार (अनुमानों से संबंधित) पढ़ रहा था लेकिन मैं जानबूझकर लोगों की पहुंच से बाहर रहना चाहता था क्योंकि मैं पहले दिल्ली में उन नेताओं से बात करना चाहता था जिनसे मुझे बात करने की आवश्यकता है। मैं किसी और से बात नहीं करना चाहता।’’
उन्होंने कहा कि वह पार्टी के भीतर उचित स्तर पर सुधार के लिए दबाव बनायेंगे। इन ‘मुद्दों’ के बारे में विस्तार से जानकारी देने से इनकार करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘मैंने यह सुनिश्चित किया है कि जब आप चीजों को हल करना चाहते हैं, तो आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि आप वास्तव में चारदीवारी के बाहर उन मुद्दों पर बात नहीं करें, अन्यथा उन्हें हल करना बहुत मुश्किल हो जायेगा।’’
यह पूछे जाने पर कि पार्टी हाईकमान द्वारा उन्हें कब दिल्ली बुलाने की संभावना है, संगमा ने कहा, ‘‘यह एकतरफा प्रक्रिया नहीं है, जाहिर है यह एकतरफा नहीं हो सकती है, यह दोनों तरह से होगी।’’ गौरतलब है कि संगमा और गारो हिल्स क्षेत्र के विधायकों ने प्रदेश कांग्रेस द्वारा आयोजित दो महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में हिस्सा नहीं लिया जिसके बाद कई तरह की अटकलें लगायी जाने लगी हैं। पहला कार्यक्रम पूर्व कांग्रेस नेताओं – आरजी लिंगदोह और पीएन सिएम के दोबारा पार्टी में शामिल होने से संबंधित था जबकि दूसरा पार्टी प्रदेश अध्यक्ष के रूप में पाला का अभिनंदन समारोह था।