मुंबई : प्रदूषण पर रोक लगाने के लिए BMC ने चुनी जगह

मुंबई : प्रदूषण पर रोक लगाने के लिए BMC ने चुनी जगह
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बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने मुंबई में निर्माण स्थलों से वायु प्रदूषण को रोकने के लिए बुधवार को नए दिशानिर्देश जारी किए। दिशानिर्देश, जो 25 अक्टूबर, 2023 को जारी किए गए थे, में कई उपाय शामिल हैं जो निर्माण स्थलों को वायु गुणवत्ता पर उनके प्रभाव को कम करने के लिए करने चाहिए। बीएमसी दिशानिर्देशों के अनुसार, बीएमसी ने निर्माण स्थलों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि 70 मीटर से अधिक ऊंचाई वाली निर्माण परियोजनाओं की परिधि के आसपास कम से कम 35 फीट ऊंची टिन/धातु की चादरें बनाई जाएं।

मुंबई में बिगड़ती वायु गुणवत्ता के कारण के नागरिक की हालत ख़राब

सभी निर्माणाधीन भवनों को अनिवार्य रूप से चारों ओर से हरे कपड़े/जूट शीट/तिरपाल से तथा ध्वस्तीकरण के अधीन संरचनाओं को ऊपर से नीचे तक तिरपाल/हरे कपड़े/जूट शीट से ढका जायेगा। बीएमसी के नोटिस के मुताबिक, ढांचे को गिराने की प्रक्रिया के दौरान लगातार पानी का छिड़काव/छिड़काव होता रहेगा। पिछले कुछ दिनों में मुंबई में बिगड़ती वायु गुणवत्ता के कारण, मुंबई के नागरिक निकाय, बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने निर्माण स्थलों के लिए दिशानिर्देश जारी किए।

बीएमसी करेगी कड़ी  कार्रवाई

बीएमसी ने कहा है कि किसी भी निर्माणाधीन इमारत को बीएमसी से काम रोकने के नोटिस का सामना करना पड़ेगा। बीएमसी ने कहा, प्रमुख भूखंड/साइट क्षेत्रों पर स्प्रिंकलर सिस्टम की स्थापना अनिवार्य है, निर्माण के दौरान पूरे दिन नियमित रूप से धुंध रहती है। बीएमसी ने अवैध निर्माण और विध्वंस अपशिष्ट डंपिंग को रोकने और नए दिशानिर्देशों को लागू करने के लिए विशेष दस्ते भी बनाए हैं। दस्ते निर्माण स्थलों का दौरा करेंगे और काम की वीडियोग्राफी करेंगे। यदि कोई कार्यस्थल दिशानिर्देशों का पालन नहीं करता पाया जाता है, तो बीएमसी कड़ी कार्रवाई करेगी, जैसे काम रोकने का नोटिस जारी करना या कार्य स्थल को सील करना।

निर्माण सामग्री ले जाने वाले के लिए दिशानिर्देश जारी

साथ ही मुंबई की सड़कों पर धूल की मात्रा कम करने के लिए बीएमसी एंटी-स्मॉग मशीनें सक्रिय करेगी। बीएमसी ने 20 अक्टूबर को जारी एक बयान में कहा, प्रत्येक निर्माण स्थल पर एक अलग वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) माप प्रणाली स्थापित की जानी चाहिए। बीएमसी ने निर्माण सामग्री ले जाने वाले वाहनों के संबंध में दिशानिर्देश भी जारी किए और सामग्री या मलबे को हवा में उड़ने से रोकने के लिए वाहनों को पूरी तरह से ढकने की सलाह दी। इसमें कहा गया है, "सभी निर्माण स्थलों को अपनी परिधि में सीसीटीवी कैमरे लगाने चाहिए ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वाहन साफ-सुथरे हों और ओवरलोड न हों। जलवायु परिवर्तन मुंबई क्षेत्र सहित मुंबई महानगरीय क्षेत्र की वायु गुणवत्ता पर प्रतिकूल प्रभाव डाल रहा है।

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