मुंबई के कैंडी ब्रीच अस्पताल में कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद इलाज करा रही महान गायिका लता मंगेशकर अभी आईसीयू में ही हैं लेकिन उनके स्वास्थ्य में सुधार आ रहा है। उनका उपचार कर रहे डॉक्टरों ने शनिवार यह जानकारी दी। मंगेशकर (92) को हल्के संक्रमण के साथ आठ जनवरी दक्षिण मुम्बई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। ब्रीच कैंडी अस्पताल की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. प्रतित समदानी ने मीडिया से कहा, उनकी स्थिति में सुधार नजर आ रहा है। वह आईसीयू में हैं। यह कहना मुश्किल है कि वह कितने दिन अस्पताल में रहेंगी।
स्वास्थ्य बिगड़ने की उड़ी थी अफवाह
मंगेशकर के परिवार की करीबी दोस्त अनुषा श्रीनिवासन अय्यर ने एक बयान में कहा , लता दीदी में पहले की तुलना में सुधार नजर आ रहा है और डॉ. प्रतित की अगुवाई में डॉक्टरों की शानदार टीम की निगरानी में आईसीयू में उनका उपचार चल रहा है। उन्होंने कहा, हम आशाभरी निगाहों से देख रहे हैं तथा उनके शीघ्र स्वस्थ होकर घर वापसी की प्रार्थना कर रहे हैं। शुक्रवार को सोशल मीडिया पर यह अफवाह फैलने लगी थी कि मंगेशकर का स्वास्थ्य बिगड़ गया है। अय्यर ने अफवाहों का खंडन करते हुए कहा, दिल से अनुरोध है। किसी गलत खबर को हवा न दें। परिवार एवं डॉक्टरों को निजता की जरूरत है। हम ईश्वर से दीदी के शीघ्र स्वस्थ होकर घर वापस आने की प्रार्थना करें।
13 वर्ष की उम्र की थी करियर की शुरुआत
सात दशक के अपने करियर में लता मंगेशकर ने ‘अजीब दास्तां है ये’’, ‘‘प्यार किया तो डरना क्या’’, ‘‘ नीला आसमां सो गया’’ और ‘‘तेरे लिये’’ जैसे कई मधुर गाने गाये हैं। उन्हें पद्म भूषण, पद्म विभूषण, दादा साहब फाल्के पुरस्कार एवं कई राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिल चुके हैं। उन्हें देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ से भी नवाजा गया है। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत 13 वर्ष की उम्र में की थी।