महाराष्ट्र में लाउडस्पीकर से शुरू हुआ विवाद नमाज़ और हनुमान चालीसा पर आ टिका है। अमरावती से निर्दलीय सांसद नवनीत राणा और उनके पति रवि राणा ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के आवास मातोश्री के बाहर हनुमान चालीसा का जाप करने का ऐलान किया है। राणा के मातोश्री पहुंचने से पहले भारी संख्या में शिवसैनिक उनके आवास के बाहर पहुंचकर प्रदर्शन कर रहे हैं।
नवनीत राणा के ऐलान के बाद आज सुबह-सुबह शिवसेना ने कार्यकर्ता सांसद के घर बाहर पहुंच गए और प्रदर्शन करने लगे। नोटिस मिलने के बावजूद नवनीत राणा हनुमान चालीसा के पाठ पर अड़ी हैं। राणा दंपति के फैसले के बाद सीएम के बंगले मातोश्री के बाहर सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा कर दिया गया है।
CM ने हमें परशान करने का दिया आदेश
प्रदर्शन कर रहे शिवसैनिकों को चेतावनी देते हुए नवनीत राणा ने कहा कि महाराष्ट्र के सीएम ने शिवसेना कार्यकर्ताओं को हमें परेशान करने का आदेश दिया। वे बैरिकेड्स तोड़ रहे हैं। मैं दोहरा रही हूं कि मैं बाहर जाउंगी और 'मातृश्री' में हनुमान चालीसा का जाप करूंगी। सीएम केवल लोगों को जेल में डालना जानते हैं।

वहीं निर्दलीय विधायक रवि राणा ने कहा कि ये बाला साहेब के सदस्य नहीं हैं क्योंकि अगर होते तो वो हमारे साथ हनुमान चालीसा पढ़ते। CM महाराष्ट्र में अपने पावर का दुरुपयोग कर रहे हैं। शिवसेना हमारे घर में घुसकर हम पर हमला करने की कोशिश कर रहे हैं। अगर हम सुरक्षित नहीं है तो आम जनता कैसी सुरक्षित रहेगी।
सरकार को अस्थिर करने के लिए ऐसा कर रहे हैं राणा दंपति
एनसीपी ने राणा दंपति की घोषणा पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह (राणा दंपति) सरकार को अस्थिर करने और सांप्रदायिक तनाव को फैलाने के लिए ऐसा कर रहे हैं। शिवसेना के सांसद अनिल देसाई ने कहा कि हनुमान चालीसा को लेकर राणा जो स्टंट कर रही हैं, वह समस्या है। शिवसैनिक उन्हें हिंदुत्व की शिक्षा देंगे। जब चक्रवात आया या महाराष्ट्र को कई त्रासदियों का सामना करना पड़ा तब उन्होंने हनुमान चालीसा क्यों नहीं पढ़ा? मोहित कंबोज हनुमान चालीसा का पाठ करने दिल्ली क्यों नहीं जाते?
