मुंबई विश्वविद्यालय (एमयू) ने आरएसएस से संबद्ध रामभाऊ म्हालगी प्रबोधिनी द्वारा आयोजित की जा रही दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला को बीच में ही रोक दिया है। विश्वविद्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों के लिए आयोजित की जा रही इस कार्यशाला को लेकर कांग्रेस के एक नेता ने यह कहते हुए आपत्ति जताई थी कि प्रबोधिनी संस्थान के पास विशेषज्ञता नहीं है।
ठाणे जिले में भायंदर के उट्टन गांव में प्रबोधिनी में शुक्रवार को शुरू हुई कार्यशाला को शनिवार को अचानक रोक दिया गया। विश्वविद्यालय के पंजीयक ने शनिवार को प्रबोधिनी को प्रशिक्षण कार्यशाला बंद करने के फैसले के बारे में बताया। कांग्रेस नेता एवं महाराष्ट्र से पूर्व लोकसभा सांसद राजीव सातव ने प्रशिक्षण सत्र पर आपत्ति जताई थी और महाराष्ट्र के उच्च एवं प्रौद्योगिकी शिक्षा मंत्री उदय सामंत के समक्ष यह मुद्दा उठाया था।
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कांग्रेस नेता राहुल गांधी के करीबी माने जाने वाले सातव ने शुक्रवार को ट्वीट किया, ‘‘प्रिय उदय सामंत जी, मुझे अभी ये दस्तावेज मिले। ये इस बारे में है कि कैसे मुंबई विश्वविद्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों को रामभाऊ म्हालगी प्रबोधिनी में प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस संगठन के पास कोई विशेषज्ञता नहीं है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं समझता हूं कि आपको इसके बारे में जानकारी नहीं होगी लेकिन मैं आपसे इसे रोकने का अनुरोध करता हूं।’’ वहीं, सामंत की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है लेकिन विश्वविद्यालय पंजीयक ने शनिवार को मंत्री को सूचित किया कि प्रशिक्षण को तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया गया है।