नगालैंड के मोन जिले में सोमवार तड़के एनएससीएन-के (युंग आंग) के उग्रवादियों से हुई मुठभेड़ में असम राइफल्स के कम से कम दो जवान घायल हो गए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि यह घटना जिले के फोमचिंग इलाके के न्यासा गांव में देर रात करीब दो बजकर 35 मिनट पर अरुणाचल प्रदेश से लगी अंतरराज्यीय सीमा पर हुई।
गुप्त सूचना से जवानों को मिली को उग्रवादियों की जानकारी
असम राइफल्स ने एक बयान में कहा कि स्वतंत्रता दिवस के मौके पर कड़ी सुरक्षा के मद्देनजर बल के जवान संवेदनशील क्षेत्रों पर सक्रिय रूप से नजर रखे हुए थे। बयान में कहा गया है कि उग्रवादियों की गतिविधि के बारे में मिली गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए, सैनिकों ने क्षेत्र में कई बार घात लगाई।
गोलीबारी के दौरान उग्रवादी समूह गंभीर रूप से हताहत
असम राइफल्स ने कहा कि देर रात करीब दो बजकर 35 मिनट पर चौकस सैनिकों ने जंखम से न्यासा के बीच एक जंगली इलाके में संदिग्ध गतिविधि देखी। बयान में कहा गया है कि उग्रवादियों ने पकड़े जाने पर गोलियां चलाईं, जिसका माकूल जवाब दिया गया। इस दौरान उग्रवादियों का एक समूह गंभीर रूप से हताहत हो गया।
जवानों का दावा स्थानीय लोगों की वजह घाय़ल सैनिकों को निकालने में मिली मदद
बयान के अनुसार इस दौरान असम राइफल्स के दो जवान भी घायल हो गए और उन्हें निकालकर जोरहाट वायु सेना अस्पताल ले जाया गया। बल ने दावा किया कि स्थानीय ग्रामीणों ने घायल सैनिकों को निकालने में मदद की और उन्होंने सुरक्षा बलों का भी भरपूर साथ दिया। बयान में कहा गया है कि इलाके में तलाशी अभियान जारी है।
अरूणाचल के पूर्वी जिलों में सक्रिय हैं उग्रवादी समूह
मोन जिले के उपायुक्त अजित कुमार वर्मा ने एक समाचार एजेंसी से कहा कि प्रशासन को उग्रवादियों के हताहतों के बारे में अभी रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुई है।उन्होंने कहा कि फिलहाल हालात सामान्य हैं और स्वतंत्रता दिवस के मौके पर माहौल शांतिपूर्ण है। नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नागालैंड-खपलांग (एनएससीएन-के) के युंग आंग गुट में ज्यादातर म्यांमार के नगा हैं, और यह समूह अरुणाचल प्रदेश के कुछ पूर्वी जिलों में सक्रिय है।