पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने लगातार दो दिन राजभवन के सामने निषेधाज्ञा के बावजूद प्रदर्शन करने का ‘गंभीर संज्ञान’ लिया है और कोलकाता पुलिस से इस संबंध में रिपोर्ट मांगी है। राज्यपाल ने ट्विटर पर अपनी बात रखी तथा दोनों ही घटनाओं के वीडियो क्लिप को कोलकाता पुलिस के आधिकारिक हैंडल के साथ टैग किया। उन्होंने पुलिस को बुधवार शाम तक इन घटनाओं और उन पर की गयी कार्रवाई पर समग्र रिपोर्ट भेजने को कहा।
नारदा मामले में राज्य के दो मंत्रियों समेत सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के बड़े नेताओं को सीबीआई द्वारा गिरफ्तार किये जाने के बाद सोमवार को राजभवन के चार द्वारों के पास पार्टी कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया था। उसके अगले दिन एक सामाजिक संगठन ने प्रदर्शन किया जिसमें एक व्यक्ति उत्तरी गेट के समीप आधा दर्जन भेड़ों के साथ नजर आ रहा है।
State of law and order @MamataOfficial even at the main entry gate of Raj Bhawan worrisome with stance police @KolkataPolice leaving all to be desired.
And all this when the area is subject to 144 CrPC prohibitory orders.
Constrained to seek an update on it. pic.twitter.com/HIiD7bTf67
— Governor West Bengal Jagdeep Dhankhar (@jdhankhar1) May 19, 2021
बार बार ‘कानून व्यवस्था बिगड़ने’ का मुद्दा उठाते आ रहे धनखड़ ने प्रदर्शनकारियों पर धमकी भरा हाव-भाव दिखाने , कानून के प्रति बिल्कुल असम्मान प्रदर्शित करने एवं पुलिस पर उसका संज्ञान नहीं लेने का आरोप लगाया । मुख्यमंत्री ममता बनर्जी एवं कोलकाता पुलिस के ट्विटर हैंडल पर टैग करते हुए धनखड़ ने बुधवार को ट्वीट किया, ‘‘ कानून व्यवस्था की दशा? राजभवन के मुख्य द्वार पर चिंताजनक स्थिति ?…’’
उन्होंने लिखा, ‘‘ और यह सब तब जब इलाके में धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा है। उस पर अद्यतन जानकारी मांगने के लिए बाध्य हूं।’’ एक अन्य ट्वीट में राज्यपाल ने मंगलवार को राजभवन के बाहर भेड़ों के साथ खड़े एक व्यक्ति का वीडियो साझा किया।उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘ इस पर कोलकाता पुलिस का यह रुख (हास्यास्पद) है कि यह व्यक्ति पृष्ठभूमि में राजभवन के साथ फोटो खिंचाना चाहता है। अबतक कोई कार्रवाई नहीं की गयी।’’
यह असामान्य प्रदर्शन करने वाले संगठन के प्रवक्ता सुमन मित्रा ने कहा था कि राज्यपाल द्वारा लोगों के प्रति कोई सरोकार नहीं दिखाने के विरोध में यह प्रदर्शन था जो राज्य में कोविड-19 की बिगड़ती स्थिति , ऑक्सीजन की आपूर्ति की कमी, मौतों में वृद्धि की मार झेल रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्यपाल उसके बजाय अन्य मुद्दों में उलझे हैं जिनसे बाद में भी निपटा जा सकता है।