उपराज्यपाल किरण बेदी के खिलाफ अपना हमला जारी रखते हुए पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी नारायणसामी ने मंगलवार को कहा कि उन्होंने बिना किसी अपवाद के निर्वाचित सरकार के सभी कल्याणकारी उपायों को रोकने का काम किया। विधानसभा परिसर में संवाददाताओं से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘मैं कभी नहीं चाहता कि उपराज्यपाल रबड़ स्टांप की तरह काम करें। लेकिन, मैं उनसे प्रशासन के नियमों और कानून के प्रावधानों के दायरे में कार्य करने की अपेक्षा रखता हूं।’’
मई 2016 में उपराज्यपाल पद पर किरण बेदी की नियुक्ति के बाद से ही नारायणसामी और उनके बीच कई मुद्दों पर टकराव चल रहा है। दोनों अपने-अपने प्रशासनिक मामलों में एक-दूसरे पर दखलअंदाजी के आरोप लगाते रहे हैं। नारायणसामी ने कहा कि पिछले तीन साल से वह प्रशासन के काम काज में दखल देती रही हैं और संवैधानिक प्रावधानों के खिलाफ कार्य करती रही हैं।
उन्होंने मुफ्त चावल देने की योजना सहित कई मुद्दे गिनाए जिसमें उपराज्यपाल ने निर्वाचित सरकार के फैसले के क्रियान्वयन में अड़चन डाली। नारायणसामी ने कहा कि इस साल अप्रैल में मुख्यमंत्री के संसदीय सचिव द्वारा दाखिल याचिका पर फैसले में मद्रास उच्च न्यायालय ने कहा था कि उपराज्यपाल को निर्वाचित सरकार के कामकाज में दखल नहीं देना चाहिए लेकिन बेदी फैसले का उल्लंघन कर रही हैं।
नारायणसामी ने आरोप लगाया कि गरीबों, औद्योगिक कामगारों और कमजोर तबके के कल्याण के लिए केंद्रशासित क्षेत्र के विकास की चिंता किए बिना बेदी ‘निरंकुश’ तरीके से काम कर रही हैं।