निर्दलीय सांसद नवनीत राणा के खिलाफ महाराष्ट्र सरकार ने एक बाद फिर हाई कोर्ट के रुख किया है। सशर्त जमानत पर रिहा हुई नवनीत राणा पर जमानत की शर्ते तोड़ने का आरोप लगा है। इस पर कोर्ट ने राणा दंपति को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। नोटिस पर नवनीत राणा ने तीखे तेवर बरकरार रखते हुए कहा कि वह पूरी जिंदगी जेल में काटने को तैयार हैं।
महाराष्ट्र सरकार के वकील ने कोर्ट से मांग की है कि जेल से बाहर आने के बाद नवनीत राणा और उनके पति ने बेल की शर्तों का उल्लंघन किया है। इसलिए उन्हें फिर से जेल में भेजा जाना चाहिए। इस पर कोर्ट ने राणा दंपति को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है और पूछा है कि उनके खिलाफ गैर-जमानती वारंट क्यों नहीं जारी किया जाना चाहिए।
कोर्ट के नोटिस पर निर्दलीय सांसद ने कहा कि 'मीडिया से जेल में हुए दुर्व्यवहार पर हमने बात की है। हमने जमानत की शर्तों का कोई उल्लंघन नहीं किया है। हमारे ऊपर जो आरोप लगे हैं, उन्हें लेकर तो हमने कोई बात ही नहीं की है। कोर्ट की ओर से फिर नोटिस मिलने पर नवनीत राणा ने कहा कि भगवान का नाम लेना कभी गलत नहीं हो सकता है। यदि कोई मुझे भगवान राम का नाम लेने पर पूरी जिंदगी के लिए जेल में डाले तो वह भी हम झेलने के लिए तैयार हैं।'
....हमारा उत्पीड़न हुआ : नवनीत राणा
नवनीत राणा ने आगे कहा, 'मैं देश की पहली महिला जनप्रतिनिधि हूं, जिसे भगवान का नाम लेने पर जेल में डाला गया है। हमारा उत्पीड़न हुआ है। आदित्य ठाकरे जब जेल जाएंगे, तब देखेंगे कि इनकी क्या प्रतिक्रिया होती है।' उन्होंने कहा, 'उद्धव ठाकरे ने कोई काम नहीं किया है। उन्हें आज यह दिखाना पड़ता है कि कौन असली भक्त है और कौन नकली भक्त है।
बेघर करने के बाद भी पूरी हिम्मत के साथ लड़ूंगी
बीएमसी की ओर से घर बनाने में गड़बड़ी का नोटिस दिए जाने पर निर्दलीय सांसद नवनीत राणा ने कहा कि मुझे बेघर भी कर दिया जाएगा, तब भी पूरी हिम्मत के साथ लड़ूंगी। उन्होंने कहा कि शिवसेना सत्ता का दुरुपयोग करने में जुटी है। उन्होंने कहा कि हम दिल्ली से वापस जाकर कोर्ट के नोटिस का जवाब देंगे।'