राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) नेता और महाराष्ट्र सरकार के मंत्री नवाब मलिक ने अब एक और बड़ा दावा करते हुए कहा कि मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह और बर्खास्त पुलिस अधिकारी सचिन वाजे ने मुंबई में उद्योगपति मुकेश अंबानी के आवास 'एंटीलिया' के पास बम धमाके की धमकी देने की योजना बनाई थी।
परमबीर सिंह और सचिन वाजे ने रची थी एंटीलिया केस वाली साजिश
मलिक ने दावा किया कि दोनों ने एक फर्जी पासपोर्ट (बम की घटना के बाद) की मदद से एक पाकिस्तानी नागरिक के रूप में दिखाकर एक गुंडे से "फर्जी" मुठभेड़ की योजना भी बनाई थी।राकांपा नेता ने यह भी दावा किया कि परमबीर सिंह और सचिन वाजे ने एंटीलिया बम मामले में राज्य के गृह मंत्रालय को "गुमराह" किया था। अनिल देशमुख के गृह मंत्री पद से इस्तीफे के बारे में पूछे जाने पर मलिक ने इसे 'राजनीति से प्रेरित' करार दिया।
जानिए नवाब मलिक ने योजना को लेकर क्या कहा
बता दें कि इस साल फरवरी में दक्षिण मुंबई में अंबानी के आवास के पास विस्फोटकों से लदी एक एसयूवी कार मिली थी। कुछ दिनों बाद, एसयूवी के मालिक व्यवसायी मनसुख हिरेन ठाणे जिले के मुंब्रा में एक नाले में मृत पाए गए। नवाब मलिक ने कहा कि "परमबीर सिंह और सचिन वाजे ने एंटीलिया बम धमाके की धमकी की योजना बनाई थी। उन्होंने एक गुंडे के लिए पाकिस्तान के प्रवेश और निकास टिकटों के साथ एक नकली पासपोर्ट भी बनाया था। एनआईए को वाजे के घर से नकली पासपोर्ट मिला था, यहां तक कि 'पंचनामा' में भी पासपोर्ट का जिक्र था।
पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख का किया समर्थन
यह पूछे जाने पर कि देशमुख और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने एंटीलिया बम की आशंका के बाद वाजे का समर्थन किया था, मलिक ने कहा कि एक मंत्री या मुख्यमंत्री अधिकारियों से ब्रीफिंग के आधार पर बोलते हैं। उन्होंने दावा किया, "सिंह और वाजे इस मामले में अपनी योजना पर विचार कर रहे थे, गृह मंत्री और सीएम को ब्रीफिंग कर रहे थे, दोनों अधिकारी मंत्री को गुमराह कर रहे थे।"