मुंबई क्रूज ड्रग्स केस को लेकर शुरू हुई सियासत अपने चरम पर पहुंच गई है। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस के आरोपों पर पलटवार करते हुए एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कहा कि फडणवीस के ‘आशीर्वाद’ से महाराष्ट्र में उगाही और जाली नोट का कारोबार चल रहा था।
नवाब मलिक ने कहा, देवेंद्र ने सीएम रहते अंडरवर्ल्ड से जुड़े लोग, क्रिमिनल लोगों को सरकारी कमीशन, बोर्ड में जगह दी। उन्होंने कहा, ‘मुन्ना यादव नाम का व्यक्ति जो नागपुर का गुंडा है, जिसपर हत्या से लेकर सभी तरह के मामले दर्ज हैं। उसे आपने कंस्ट्रक्शन बोर्ड का अध्यक्ष बनाया था। बांग्लादेशियों के अवैध प्रवास में शामिल एक हैदर आज़म को फडणवीस ने मौलाना आज़ाद फाइनेंस कॉरपोरेशन का अध्यक्ष नियुक्त किया।’
एनसीपी नेता ने पूर्व सीएम से पूछा? दाऊद इब्राहिम के करीबी सहयोगी रियाज भाटी को मुंबई एयरपोर्ट पर फर्जी पासपोर्ट के साथ गिरफ्तार किया गया। उसे 2 दिन में ही जमानत मिल गई थी। रियाज भाटी आपके (देवेंद्र फडणवीस) के निकट संपर्क में क्यों थे? तस्वीरों में भाटी कई बड़े नेताओं के साथ नजर आ चुके हैं।
उन्होंने कहा, मैं एक ऐसे शख्स के खिलाफ लड़ रहा हूं जो बेगुनाह लोगों को फर्जी मामलों में फंसा रहा है। देवेंद्र फडणवीस न केवल मेरे मुद्दे को मोड़ रहे हैं बल्कि एक अधिकारी (समीर वानखेड़े) का बचाव करने की कोशिश कर रहे हैं।
देवेंद्र फडणवीस के संरक्षण में जाली नोट का खेल : नवाब मलिक
नवाब मलिक ने कहा, 8 नवंबर 2016 को देश में नोटबंदी की गई थी। देश भर में जाली नोट पकड़े जाने लगे थे लेकिन 8 अक्टूबर 2017 तक महाराष्ट्र में एक भी जाली नोट का मामला सामने नहीं आया था क्योंकि देवेंद्र फडणवीस के संरक्षण में जाली नोट का खेल महाराष्ट्र में चल रहा था। अगर विदेश से अंडरवर्ल्ड का फोन आ जाता था तो पुलिस भी मामला रफा-दफा कर देती थी।
देवेंद्र फडणवीस ने लगाए अंडरवर्ल्ड के साथ कनेक्शन के आरोप
देवेंद्र फडणवीस ने आरोप लगाया कि ‘‘नवाब मलिक और उनके परिवार के सदस्य एक कंपनी से जुड़े हुए थे जिसने कुछ फर्जी दस्तावेज बनाकर बहुत कम कीमत पर मुंबई के कुर्ला इलाके में जमीन खरीदी थी…।’’ उन्होंने दावा किया कि दो दोषियों में से एक, सलीम इशाक पटेल, मुंबई में आतंकवादी दाऊद इब्राहिम की बहन हसीना पारकर के लिए काम कर रहा था।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि मलिक और उनके परिवार के सदस्यों ने ‘अंडरवर्ल्ड’ से जुड़े लोगों के साथ जमीन के सौदे किए।फडणवीस ने दावा किया कि उनके पास पहले यह जानकारी नहीं थी जब वह राज्य के मुख्यमंत्री थे। उन्होंने कहा कि अगर उन्हें पहले यह पता चल जाता तो वह एनसीपी नेता का पहले ही पर्दाफाश कर देते।